बीजेपी के महासचिव तरुण चुग ने 16 नवंबर को ऐलान किया कि पार्टी 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव सभी 117 सीटों पर अकेली लड़ेगी. करीब दो महीने पहले बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी अकाली दल ने तीन विवादित कृषि कानूनों को लेकर पंजाब में NDA के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था.
चुग ने 17 नवंबर को कई ट्वीट कर बताया कि बीजेपी 2022 के विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर लड़ने के लिए खुद को मजबूत कर रही है. ये चुनाव अकेले लड़ने के सिलसिले में पार्टी का पहला आधिकारिक बयान है.
बीजेपी महासचिव ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा 19 नवंबर को 10 जिला दफ्तरों का वर्चुअल उदघाटन करेंगे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, चुग ने कहा, "इन दफ्तरों में स्टेट ऑफ द आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर होगा और इनके उदघाटन के बाद जेपी नड्डा तीन दिन का राज्य का टूर करेंगे और तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही कार्यकर्ताओं को प्रेरित करेंगे."
तरुण चुग ने ANI को बताया कि जमीनी स्तर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को मोबिलाइज कर राज्य के 23,000 पोलिंग बूथों पर संगठनात्मक ढांचे को मजबूत किया जा रहा है.
चुग ने कहा कि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी नेता केंद्र की मोदी सरकार की 160 पब्लिक वेलफेयर स्कीम का प्रचार करेंगे.
चुग ने ANI से कहा कि हालांकि बीजेपी पंजाब की विधानसभा और लोकसभा की कुछ ही सीटों पर चुनाव लड़ती आई है, लेकिन पार्टी का प्रभाव सभी 117 सीटों पर है.
आखिरी चुनाव अकेले हमने 1992 में लड़ा था. हमारा शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन हुआ और अकालियों ने ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन ये मान लेना कि पंजाब की बाकी सीटों पर हमारा बेस नहीं है, ये गलत है.तरुण चुग
बीजेपी और अकाली दल का गठबंधन 1992 से शुरू हुआ था. अकाली दल वरिष्ठ पार्टी थी और इसलिए 94 सीटों पर लड़ी थी, जबकि बीजेपी महज 23 सीटों पर. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने 3 और शिरोमणि अकाली दल ने 10 पर चुनाव लड़ा है.
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