लोकसभा में 7 फरवरी को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के बीच हुई तकरार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है, कि बीजेपी संसद के अंदर उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री के खिलाफ राहुल गांधी की 'डंडा' वाली कॉमेंट को लेकर विपक्ष और बीजेपी सांसदों के बीच 7 फरवरी को सदन में गहरा विवाद रहा.
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से सदन में उनकी आवाज दबाने के लिए सांसदों को निर्देश दिए गए थे.
बता दें ये घटना तब हुई जब कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के हाथ से पढ़े जा रहे एक पेपर को छीनने की कोशिश की. जब केंद्रीय मंत्री प्रधानमंत्री के खिलाफ राहुल गांधी की 'डंडा' टिप्पणी की निंदा कर रहे थे.
इसका जबाव देते हुए राहुल गांधी ने मणिकम टैगोर का बचाव किया और आरोप लगाते हुए ये दावा किया कि संसद में विपक्ष और कांग्रेस को 'दरकिनार' किया जा रहा है.
घटना के बाद राहुल ने मीडिया से बातचीत में कहा, "वायनाड में एक मुद्दा है, वहां उनके पास मेडिकल कॉलेज नहीं है, यह मुद्दा लंबे समय से चल रहा है. इसलिए मैं इस मुद्दे को सदन में उठाना चाहता था."
“बीजेपी नहीं चाहती कि मैं सदन में अपनी बात कहूं और इसलिए पूरी तरह से गैर-संसदीय तरीके से स्वास्थ्य मंत्री ने एक मुद्दा उठाया, जो सदन के बाहर हुआ और जिसका संसद से कोई लेना-देना नहीं है.”राहुल गांधी
बीजेपी ने अपना बचाव करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा कि राहुल गांधी के उकसावे के बाद, कांग्रेस के सांसदों ने सोचा कि वे अपने नेता की 'डंडा' वाली कॉमेंट पर खरा नही उतरेंगे.
वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, "ये डॉक्टर हर्षवर्धन को पीटने का प्रयास था. जो कांग्रेस के हताशा के स्तर को दिखाता है और यह गुंडागर्दी की हद है."
(इनपुट:IANS)
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