जहां एक तरफ 3 कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर डटे हुए हैं, वहीं अब बीजेपी कृषि कानून को लेकर देशभर में कैंपेन चलाने जा रही है. भारतीय जनता पार्टी आज से नए कृषि कानूनों पर देश के सभी जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल आयोजित करेगी. आने वाले दिनों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और 700 चौपाल आयोजित की जाएंगीं.
इन चौपाल और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बीजेपी नए कृषि कानून के फायदों को गिनागी और देश के बाकी किसानों को इसके बारे में समझाने की कोशिश करेगी.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल के प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो ट्वीट करते हुए किसानों से अपील की है कि दोनों मंत्रियों की बातों को ध्यान से सुने.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि एमएसपी के मसले पर सरकार किसानों को आश्वासन देने को तैयार है. कोरोना काल में कृषि के क्षेत्र को ज्यादा तवज्जो देते हुए केंद्र सरकार ने इसमें सुधार लाकर किसानों के जीवन में आमूलचूल बदलाव लाने के मकसद से तीन नये कृषि कानून लागू किए.
BJP का विपक्ष पर आरोप
बीजेपी के नेताओं से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई मौकों पर कहा है कि विपक्ष किसानों को भड़का रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस बिल का विरोध करने वाले बिचौलियों के साथ हैं और किसानों को उनके हित को समझने नहीं देने चाहते हैं. बिचौलियों के जरिए मुनाफा कमाने वालों को किसानों के फायदे की असल चिंता नहीं है. यहां तक कि बीजेपी के कई नेताओं ने किसान आंदोलन को खालिस्तान और विदेशी ताकतों की चाल तक बताई है.
बता दें कि मोदी सरकार और किसानों के बीच 6 राउंड की बातचीत भी बेनतीजा रही है. किसान संगठनों तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहे हैं वहीं सरकार कानून में कुछ संशोधन को तैयार है.
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