हम सदी का सबसे लंंबा चंद्रग्रहण देखने वाले हैं , जो कि लगभग 1 घंटे 43 मिनट तक रहेगा. यह पूर्ण चंद्रग्रहण हल्की लालिमा लिए होगा, जिसके कारण इसे ‘ब्लड मून’ कहा जा रहा है.
यह अद्भुत दृश्य आपको 27 जुलाई की रात को देखने को मिलेगा. आपको याद होगा कि इसी साल जनवरी में भी इसी तरह का अद्भुत चंद्रग्रहण , जो लगभग 45 मिनट तक रहा था, जिसे सुपर ब्लू ब्लड मून का नाम दिया गया था, यह ग्रहण उससे भी कहीं ज्यादा लंबा और अलौकिक होगा.
एस्ट्रोनॉमर Bruce Mc Clure के मुताबिक, 100 साल में एक बार, जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के ठीक बीच में होती है तब चंद्रमा को पृथ्वी की परछाई से निकलने में तकरीबन 4 घंटे का समय लगता है ,जिसकी वजह से हमें आकाश में 1 घंटे 6 मिनट का अर्ध चंद्र ग्रहण दिखाई देता है, पर इस साल जुलाई में होने वाले अदभुत चंद्रग्रहण इससे भी लंबा होने वाला है.
इस बार ग्रहण के समय, पृथ्वी और सूर्य की भूगौलिक स्थिति की वजह से एक और आकर्षक दृश्य देखने को मिलेगा, धरती के वायुमंडल से होने वाले प्रकाश से चंद्रग्रहण के समय पूरी तरह से आंखों से ओझल होने की बजाय हल्की लालिमा लिए हुए चमकदार दिखाई देगा. 27 जुलाई की रात को इतेफाक से चंद्र ग्रहण के ही समय पृथ्वी और मंगल ग्रह 15 सालों में सबसे करीब होंगे.
27 जुलाई को मंगल ग्रह सूर्य से ठीक विपरीत दिशा में होगा,यानी पृथ्वी के आकाश में मंगल सूर्य से उल्टी दिशा में दिखाई देगा. ठीक 51 दिन पहले मंगल ग्रह से गुजरेगा, उस वक्त सूर्य और मंगल( ऑर्बिट ) के बीच की दूरी सबसे कम होगी, और इसी वजह से 30 जुलाई को मंगल और पृथ्वी के बीच की दूरी 57.58 मिलियन किलोमीटर तक घट जाएगी.
उस दिन मंगल ग्रह -2.8 मैग्नीट्यूड पर बेहद चमकीला नजर आएगा, उसकी चमक जुपिटर से दोगुनी होगी पर शुक्र ग्रह से कम, इसका मतलब उस दिन आप बना किसी दूरबीन के लाल ग्रह को देख सकेंगे. इससे पहले 2003 में मंगल पृथ्वी के इतने नजदीक आया था.
अब बस हम यही उम्मीद कर सकते हैं कि 27 जुलाई से 30 जुलाई तक आसमान साफ रहे ताकि हम इन अलौकिक और दुर्लभ नजारों का मजा ले सकें.
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