सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में ड्रोनों के जरिए पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिश को गोलीबारी कर नाकाम कर दिया.
संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार तड़के साढ़े चार और पौने पांच बजे के बीच जब्बोवाल और विक्रम सीमा अग्रिम चौकी क्षेत्रों में मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) मंडराते हुए दिखाई दिए जिसके बाद बीएसएफ के कर्मियों ने उन्हें गिराने के लिए उन पर करीब 15 गोलियां चलाईं और वे पाकिस्तान की तरफ लौट गए.
बता दें कि पाकिस्तान ड्रोनों का इस्तेमाल हथियार और नशीले पदार्थ गिराने के लिए करता रहा है. यह ताजा कोशिश ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में सरहद पर शांति है. भारत और पाकिस्तान 24 और 25 फरवरी की दरमियानी रात से 2003 के संघर्ष विराम समझौते को बरकरार रखने पर सहमत हुए थे जिसके बाद सीमा पर शांति कायम हुई.
बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) एसपीएस संधू ने यहां एक बयान में कहा, “ भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता अमल में आने के बावजूद, पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारत के खिलाफ अपनी कुटिल गतिविधियां नहीं रोकीं और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी कुटिलता को जारी रखे हुए हैं.”
उन्होंने कहा, “ बीएसएफ के जवानों ने आज (शनिवार को) पाकिस्तान की ड्रोनों के जरिए घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. देखा गया कि दो ड्रोन/यूएवी पाकिस्तान की ओर से प्रवेश कर रहे हैं और बीएसएफ के सतर्क सैनिकों ने फौरन उन पर गोलियां चलाना शुरू कर दीं जिस वजह से मजबूर होकर वे पाकिस्तानी क्षेत्र में लौट गए.”
बीएसएफ जम्मू के जनसंपर्क अधिकारी संधू ने कहा कि बीएसएफ की खुफिया शाखा को इस बात की जानकारी मिल रही थी कि पाकिस्तान भारत में हथियार और गोला-बारूद पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकता है. उन्होंने बताया कि जवान सतर्क हैं और सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है.
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