वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट 2022-23 पेश किया. इस बजट में वित्त मंत्री ने 2022-23 में पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख घर बनाए जाने, आत्मनिर्भर भारत से 16 लाख युवाओं को नौकरियां देने और हाईवे विस्तार के लिए 20 हजार करोड़ खर्च करने जैसी कई घोषणाएं कीं. इसके अलावा, किसानों को MSP के तहत 2.7 लाख करोड़ देने की भी घोषणा की गई.
वहीं, सरकार ने क्रिप्टो पर होने वाली इनकम पर 30% टैक्स लगाया है, लेकिन टैक्स स्लैब में बदलाव का इंतजार कर रहे मिडिल क्लास को कुछ नहीं मिला.
बजट 2022 पर कुछ ये रहीं प्रमुख अखबारों की हेडलाइन.
दैनिक भास्कर: 'अपने सिर्फ सपने, बाकी सब सरकार का'
बिजनेस स्टैंडर्ड: 'अर्थव्यवस्था को लगाया खर्च का धक्का'
नवभारत टाइम्स: 'इकॉनमी को चढ़ावा'
नवभारत टाइम्स ने लिखा कि बजट में विकास पर जोर दिखा, लेकिन टैक्स नहीं घटाया गया.
द इंडियन एक्सप्रेस: 'उम्मीद: खर्च करें और बढ़ें'
द टेलीग्राफ: 'आपके लिए नहीं है, दोस्त'
द टेलीग्राफ ने अपने पहले पनने पर किसानों की तस्वीर के ऊपर लिखा, 'आपके लिए नहीं है दोस्त.' वहीं, एक हेडलाइन में लिखा, "विकास वाले बजट पर सभी को शामिल नहीं करने का आरोप."
हिंदुस्तान टाइम्स: 'केंद्रीय बजट 2022-23 के बड़े आंकड़ों का एनालिसिस'
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