उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में शुक्रवार रात नेशनल हाइवे-91 पर कार सवार मां-बेटी के साथ गैंगरेप की घटना ने अखिलेश सरकार को निशाने पर ले लिया है. यूपी पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर मुख्य आरोपी की पहचान करने का दावा किया है.
हालांकि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पुलिस के मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने वाले गैंग इस इलाके में पिछले करीब तीन महीनों से सक्रिय है. इस गैंग का नाम एक्सल गैंग बताया जा रहा है.
निशाने पर अखिलेश सरकार
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले को लेकर अखिलेश सरकार पर सवाल उठाए हैं. महिला आयोग की अध्यक्ष ललित कुमार मंगलम ने अभी तक कोई भी गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई है. इसके अलावा विपक्षी दलों ने भी राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए अखिलेश सरकार की आलोचना की है.
क्या है खौफनाक रात की कहानी?
घटना की रात नोएडा सेक्टर 68 में रहने वाले दो भाई अपने परिवार के साथ कार से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित अपने पैतृक गांव जा रहे थे. रात करीब 1:30 बजे जैसे ही उनकी कार बुलंदशहर स्थित दोस्तपुर गांव के फ्लाईओवर के पास पहुंची तभी उनकी गाड़ी में कुछ टकराने की आवाज हुई. गाड़ी चेक करने के लिए जैसे ही दोनों भाई नीचे उतरे तभी आधा दर्जन से ज्यादा हथियारबंद बदमाशों ने उन्हें बंधक बना लिया.
बदमाश दोनों भाइयों को हाइवे के किनारे खेतों में ले गए. वहीं बदमाशों ने उनके साथ जा रही एक महिला (35) और बेटी (14) के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. वारदात के दौरान बदमाशों ने शराब पी और करीब तीन घंटे तक हैवानियत की.
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