यूपी में बुलंदशहर पुलिस ने गोकशी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का आरोप है कि 2-3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में हुई गोकशी मामले में ये तीनों शामिल थे. पुलिस ने इनके पास से लाइसेंसी बंदूक भी बरामद किए हैं.
पुलिस ने नदीम, रहीस व काला नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, ये तीनों गोवंश का शिकार करते थे.
बता दें कि 3 दिसंबर को स्याना के चिंगरावठी गांव में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद गांव में हिंसा भड़क उठी थी. इसके बाद हिंसक भीड़ ने चिंगरावठी चौकी पर हमला कर दिया और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था.
इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने गोकशी और हिंसा फैलाने को लेकर अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया है. जीतू फौजी नाम के एक आर्मी के जावान पर सुबोध सिंह को गोली मारने का आरोप है.
पुलिस ने बुलंदशहर मामले में 27 नामजद लोगों और तकरीबन 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है.
गोकशी मामले में अखिल भारतीय संत परिषद के संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती ने स्याना हिंसा की न्यायिक जांच की मांग को लेकर रविवार से आमरण अनशन पर हैं. उन्होंने कहा कि गोकशी का विरोध करने वाले निर्दोष लोगों को फंसाकर जेल भेजा जा रहा है.
इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से सुबोध सिंह के परिवार की मुलाकात के बाद प्रशासन पर उन लोगों को गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ा, जिनका स्याना में गोकशी में हाथ रहा है.
बुलंदशहर के एएसपी रईस अख्तर ने कहा था कि बुलंदशहर में गोकशी का केस सॉल्व करना पुलिस की पहली प्राथमिकता है. उन्होंने कहा था कि हिंसा और सुबोध सिंह हत्याकांड की जांच बाद में होगी.
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