कश्मीर में एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी ने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर से बेंगलुरु स्थित आश्रम पहुंचकर मुलाकात की. आर्ट ऑफ लिविंग के प्रवक्ता के मुताबिक, मुजफ्फरवानी और श्री श्री के बीच कश्मीर में जारी हिंसा और अशांति के अलावा कई दूसरे मुद्दों पर भी बात हुई.
वानी के साथ मुलाकात के बारे में श्री श्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीर शेयर कर जानकारी दी. इस तस्वीर के साथ श्री श्री ने लिखा है, “बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी आश्रम में दो दिन तक रहे. हमने कई मुद्दों पर चर्चा की.”
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है कि ये मुलाकात सरकार की पहल पर नहीं हुई है. हालांकि उन्होंने यह कहा है कि इस मुलाकात के दौरान श्रीश्री और मुजफ्फर वानी के बीच कश्मीर के मौजूदा हालातों पर चर्चा हुई है.
शांति दूत की भूमिका निभाते रहे हैं श्रीश्री
श्रीश्री को तनाव के बीच समझौते कराने और शांति कायम कराने के लिए जाना जाता है. जून 2015 में श्रीश्री ने कोलंबियन सरकार और लेफ्ट गुरिल्ला ग्रुप(FARC) के बीच भी शांति की सफल पहल की थी. श्री श्री की पहल के बाद FARC हिंसा छोड़ने को सहमत हो गया था और अपनी मांगों के लिए उन्होंने गांधीवादी रास्ता अपनाया था.
कौन हैं मुजफ्फर वानी?
दक्षिणी कश्मीर के एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर और आतंकी बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, ‘मैं बुरहान के शव का इंतजार कर रहा हूं. एक मिलिटेंट की औसत उम्र सात साल होती है, और बुरहान अपने छह साल जी चुका है. इसलिए मैं जानता हूं कि अब समय आ चुका है.”
बुरहान की मौत के बाद उसके पिता ने उसे शहीद बताया, जिसने कश्मीर की आजादी के लिए लड़ते हुए जान दे दी. बुरहान के एनकाउंटर के बाद घाटी में भड़की हिंसा में अबतक 70 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हो चुके हैं.
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