पिछले दो हफ्तों से, दिल्ली का शाहीन बाग नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध की आवाज को उठाने में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है. जब नए साल को वेलकम करने के लिए देशभर में लोग केक काटकर, डांस, मस्ती कर पार्टियां मना रहे थे, तब शाहीन बाग में हजारों लोग अलग तरह का न्यू ईयर सेलिब्रेशन कर रहे थे. कड़कड़ाती ठंड में रात के 12 बजे नागरिकता संशोधन कानून और NRC के ‘विरोध की पार्टी’ मनाई जा रही थी.
बता दें कि 15 दिसंबर को जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्रों पर हुई हिंसा के बाद शुरू हुए इस आंदोलन में कई महिलाएं लगातार 24 घंटे शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और प्रस्तावित राष्ट्रीय रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोग पोस्टर, झंडे, मोमबत्ती के साथ पहुंचे. इस मौके पर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव और कार्यकर्ता हर्ष मंदर भी मौजूद हुए.
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शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन के आयोजकों में से एक आबिद शेख ने क्विंट से बात करते हुए कहा, "हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. जब जमीन नहीं रहेगी, काम लेकर क्या करेंगे.”
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बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में 15 दिसंबर को जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद से दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर शाहीन बाग इलाके में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. पिछले 15 दिनों से जारी इस ‘शाहीन बाग रिजिस्ट’ में रोज सैकड़ों महिलाएं परिवार और घरेलू कामकाज में सामंजस्य बैठाते हुए इसमें भागीदारी कर रही हैं.
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