विवादित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि इसे वापस नहीं लिया जाएगा. कानून मंत्री प्रसाद ने कहा कि CAA को वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता, लेकिन सरकार लोगों को समझाने की कोशिश करेगी.
‘आखिर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता क्यों नहीं दी जानी चाहिए? सीएए को वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता.’रवि शंक्र प्रसाद, केंद्रीय मंत्री
सीएए को लेकर ये बातें केंद्रीय मंत्री ने इनकम टैक्स ऐपेलेट ट्रिब्यूनल की सर्केट बेंच में भाषण में कहीं. रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सीएए का विरोध कर रहे लोगों को मनाने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा, 'जो सोए हैं, उन्हें जगाया जा सकता है, न कि जो सोने का दिखावा कर रहे हैं.
CAA का विरोध जारी
नागरिकता कानून के पास होने के बाद से ही देश के कई इलाकों में इसका विरोध हो रहा है. दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं को इसका विरोध करते हुए 70 दिनों से ज्यादा हो गया है. महिलाओं का कहना है कि जब तक ये विवादित कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक वो धरना देती रहेंगी.
इस विरोध प्रदर्शन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किए थे. उसने वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को यह जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा था कि वार्ताकार वजाहत हबीबुल्ला की मदद मांग सकते हैं.
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