कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर चिंता जता चुके हैं. लेकिन हाल ही में कनाडा की तरफ से दावा किया गया कि, ट्रूडो ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत में किसानों का मुद्दा उठाया. अब इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान सामने आया है. विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि पीएम मोदी और कनाडा के पीएम के बीच किसानों को लेकर बुधवार 10 फरवरी को बातचीत हुई है.
ट्रूडो ने भारत सरकार की सराहना की- MEA
विदेश मंत्रालय की तरफ से जो बयान जारी हुआ है, उसके मुताबिक जस्टिन ट्रूडो का रुख अब किसान आंदोलन को लेकर नरम हो चुका है और इतना ही नहीं उन्होंने इसे लेकर भारत की तारीफ भी कर डाली है. विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक,
“भारत सरकार की किसानों से बातचीत और लोकतंत्र का रास्ता अपनाने की कोशिशों को लेकर पीएम ट्रूडो ने सरकार की सराहना की है. ट्रूडो ने पीएम मोदी से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों और परिसरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेती है और ये सुनिश्चित किया जाएगा.”
इससे पहले ट्रूडो के साथ हुई इस बातचीत को लेकर भारत सरकार की तरफ से एक बयान जारी जरूर हुआ था, लेकिन उसमें कहीं भी किसान आंदोलन का जिक्र नहीं था. पीएमओ की तरफ से बताया गया था कि, जैसा भारत ने अन्य देशों के साथ किया, ठीक उसी तरह भारत कनाडा में वैक्सीनेशन की कोशिशों में अपना सहयोग देगा. साथ ही गया गया था कि भारत सरकार ने ट्रूडो को आश्वासन दिया है कि जितनी वैक्सीन डोज उन्होंने मांगी हैं, उसकी सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी.
किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं ट्रूडो
बता दें कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने किसान आंदोलन को लेकर अपना समर्थन जाहिर किया था. उन्होंने कहा था कि ये किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है. ट्रूडो के इस बयान के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से इसकी निंदा की गई. भारत ने कहा था कि, "अगर ऐसी हरकतें जारी रहती हैं तो भारत और कनाडा के रिश्तों पर नुकसानदायक प्रभाव हो सकता है."
हालांकि इसके बाद भी ट्रूडो ने फिर से किसानों के समर्थन में बयान दिया. उन्होंने अपने बयान में कहा था- “कनाडा पूरी दुनिया में कहीं भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन के समर्थन में खड़ा रहेगा. और हम ये देखकर खुश हैं कि बातचीत और तनाव कम करने की तरफ कदम उठाए जा रहे हैं.”
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