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जामिया कैंडल मार्च-हिरासत के बाद रिहा हुईं उमर खालिद की मां और बहन

जामिया में पिछले साल हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अंदर घुसकर किया था लाठीचार्ज

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जेएनयू के पूर्व छात्र और यूएपीए के तहत गिरफ्तार उमर खालिद की मां और बहन को अचानक दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. शाम करीब 6:30 बजे पुलिस उन्हें उठाकर ले गई और रात 9:30 पर घर छोड़ दिया गया. दरअसल जामिया में पिछले साल हुई हिंसा को लेकर एक कैंडल मार्च बुलाया गया था, जिसमें उमर खालिद की मां और बहन हिस्सा लेने वालीं थीं. लेकिन पुलिस ने कैंडल मार्च शुरू होते ही उन्हें हिरासत में ले लिया.

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बवाना थाने ले गई पुलिस

इस पूरे मामले को लेकर क्विंट ने उमर खालिद के पिता से बात की. उमर के पिता ने बताया कि,

“पिछले साल जामिया में हुई हिंसा को लेकर मेरी पत्नी और बेटी एक कैंडल मार्च में हिस्सा लेने वाली थीं. उनके साथ जामिया के कई छात्र भी इस मार्च को लीड करने वाले थे. लेकिन उन्हें शाम करीब 6:30 बजे हिरासत में ले लिया गया और इसके बाद वो रात 9:30 बजे घर पहुंचे हैं. उन्होंने मुझे अभी बताया कि उन्हें बवाना पुलिस स्टेशन ले जाया गया था.”

जामिया में घुसी थी पुलिस

बता दें कि पिछले साल दिसंबर के महीने में जामिया के छात्रों ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन किया. लेकिन प्रदर्शन में कई ऐसी चीजें हुईं, जिससे वो हिंसक हो गया. इसके बाद छात्रों के पीछे बड़ी संख्या में पुलिस जामिया परिसर में घुसी और वहां लाठीचार्ज किया. कई वीडियो वायरल हुए, जिनमें पुलिस छात्रों को बुरी तरह पीटती हुई नजर आई. इस पूरी घटना को अब एक साल हो चुका है, जिसे याद करते हुए जामिया के छात्र और उमर खालिद की मां और बहन ये कैंडल मार्च निकालने जा रहे थे.

इसके बाद पुलिस ने कई छात्रों को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया था. साथ ही दिल्ली हिंसा को लेकर भी साजिश के इल्जाम लगाए गए हैं. फिलहाल पूरा मामला कोर्ट में है और कई लोग अब भी जेल में बंद हैं.

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