केंद्र सरकार की तरफ से कार्टूनिस्ट मंजुल ( Cartoonist Manjul) के खिलाफ ट्विटर को शिकायत की गई है. ट्विटर ने इस बात की जानकारी पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट को दी. केंद्र सरकार की तरफ से मंजुल के कंटेंट को भारतीय कानून का उल्लंघन बताया गया है. लेकिन एक कार्टूनिस्ट के खिलाफ इस शिकायत के बाद अब एक बार फिर मोदी सरकार को लेकर सोशल मीडिया पर लोग जमकर गुस्सा उतार रहे हैं. सरकार पर अब कार्टूनिस्ट्स को टारगेट करने का आरोप लग रहा है.
‘आपको भी हमारी जरूरत पड़ेगी’
मंजुल की ही तरह सोशल मीडिया पर अपने क्रिएटिव कार्टूनों के लिए मशहूर सतीश आचार्य ने भी केंद्र सरकार के इस कदम की आलोचना की है. साथ ही बताया है कि एक दिन आपको भी हमारी जरूरत पड़ेगी. उन्होंने लिखा,
“प्रिय सरकार, कृपया कार्टूनिस्ट्स को टारगेट करना बंद करें. कार्टूनिस्ट हमेशा से ही विपक्ष के साथ खड़े रहते हैं और जब आप विपक्ष की भूमिका में होंगे तो आपको इनकी जरूरत पड़ेगी.”
कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर ने भी ट्विटर पर सरकार के इस कदम की आलोचना की. उन्होंने लिखा,
मैं पहले उम्मीद कर रहा था कि, ये किसी तरह की मनघड़ंत कहानी या पैरोडी होगी. लेकिन बाद में बताया गया कि ये सच है. बिना विश्वास के शेयर कर रहा हूं.
आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने भी इसी मामले को लेकर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने हिटलर का एक कार्टून शेयर मोदी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की. उन्होंने इस कार्टून के साथ लिखा कि, मंजुल के समर्थन में बिना किसी कैप्शन के...
इसके अलावा भी कई कार्टूनिस्ट और बाकी लोगों ने मंजुल के समर्थन में ट्वीट किया. कुछ कार्टूनिस्ट्स ने तो पीएम मोदी के कार्टून बनाकर ही मंजुल को अपना समर्थन दिया. साथ ही इसी बीच मंजुल ने भी अपना एक पुराना कार्टून शेयर किया. जिसमें ट्विटर और मोदी सरकार के बीच की जंग को दिखाया गया है. इसमें पीएम मोदी ट्विटर-फेसबुक को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
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