कैश फॉर क्वेरी मामले (Cash For Query Case) मामले में लोकसभा आचार समिति की रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. इस पर कांग्रेस के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार (2 दिसंबर) को स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर संसदीय समितियों के कामकाज के नियमों और प्रक्रियाओं पर दोबारा विचार करने और उचित समीक्षा करने की मांग की है.
मोइत्रा के खिलाफ 'कैश-फॉर-क्वेरी' आरोपों की जांच करने वाली एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट 4 दिसंबर को लोकसभा में पेश की जाएगी. समिति ने 9 नवंबर को एक बैठक में "कैश-फॉर-क्वेरी" आरोप पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है.
लोकसभा अध्यक्ष को लिखा चार पन्नों का पत्र
स्पीकर को लिखे चार पन्नों के पत्र में, चौधरी ने कहा कि विशेषाधिकार समिति और आचार समिति के लिए परिकल्पित भूमिकाओं, विशेष रूप से दंडात्मक शक्तियों के प्रयोग के मामलों में कोई स्पष्ट सीमा नहीं है.
दंडात्मक शक्तियों का प्रयोग करने के मामले में, दोनों समितियों के लिए परिकल्पित भूमिकाओं में कोई स्पष्ट सीमांकन नहीं है. इसके अलावा, आज की तारीख में, "अनैतिक आचरण" की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं है, और प्रक्रिया के नियमों के नियम 316 बी के तहत परिकल्पित "आचार संहिता" तैयार की जानी बाकी है. इन मुद्दों पर, जिनमें समिति द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रियाएं भी शामिल हैं, जिनका राजनीति पर महत्वपूर्ण असर और प्रभाव पड़ता है, गहन ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है, और आपके मार्गदर्शन और निर्देशों के तहत प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया जा सकता है.अधीर रंजन चौधरी, नेता विपक्ष, लोकसभा
सांसद का निष्कासन गंभीर सजा
चौधरी, जो लोक लेखा समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि उनके द्वारा व्यक्त किए गए विचार निजी हैं.
उन्होंने आगे कहा, "अगर मोहुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने की आचार समिति की सिफारिशों पर मीडिया रिपोर्ट सही हैं, तो यह शायद लोकसभा की आचार समिति की पहली ऐसी सिफारिश होगी. अगर संसद से सांसद का निष्कासन होता है तो इसका मतलब है कि आप सहमत हैं लेकिन ये एक अत्यंत गंभीर सजा है और इसके बहुत व्यापक प्रभाव होंगे."
'न्याय' की उम्मीद जताई
पत्र में कांग्रेस सांसद ने आगे 'न्याय' की उम्मीद जताई और कहा कि वह इस मामले में स्पीकर के हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं.
मुझे यकीन है कि आपके नेतृत्व और नियंत्रण में, कोई भी अन्याय नहीं किया जाएगा, और सदन के सभी सदस्यों के लाभ के लिए संसद के कामकाज और सदन के कामकाज के संचालन से संबंधित प्रक्रियाओं को सुचारू बनाया जाएगा.अधीर रंजन चौधरी, नेता विपक्ष, लोकसभा
इसके अलावा, चौधरी ने अध्यक्ष से यह भी आग्रह किया कि अधिकार क्षेत्र और प्रक्रियाओं से संबंधित संपूर्ण प्रक्रियाओं का जांच में पालन किया जाए.
उन्होंने आगे सवाल किया कि व्यवसायी ने लॉग-इन क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके प्रश्न पूछने के माध्यम से स्पष्ट रूप से अपने हितों की पूर्ति के बावजूद सदस्य के खिलाफ होने का फैसला क्यों किया.
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