नए सीबीआई चीफ को चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में चीफ जस्टिस एनवी रमना ने एक नियम का हवाला दिया, जिसके बाद शॉर्टलिस्ट किए गए दो नाम लिस्ट से बाहर हो गए. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, NIA चीफ वाई.सी. मोदी और बीएसएफ डीजी राकेश अस्थाना का नाम इस नियम की वजह से बाहर कर दिया गया है.
सीजेआई ने पुलिस चीफ की नियुक्ति को लेकर एक केस का उदाहरण देते हुए सुप्रीम कोर्ट की एक गाइडलाइन का हवाला दिया था, जिसके मुताबिक कोई ऑफिसर अगर 6 महीने से पहले रिटायर होने वाला है तो उसे पुलिस चीफ बनाए जाने पर विचार नहीं किया जाना चाहिए. इस दौरान विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सीजेआई रमना के तर्क का समर्थन किया.
बता दें कि दोनों ही अफसर मोदी सरकार के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते हैं. वाईसी मोदी इस महीने की आखिरी तारीख को रिटायर हो रहे हैं और राकेश अस्थाना जुलाई में रिटायर होंगे. ऐसे में दोनों का ही नाम सीबीआई चीफ की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है.
CBI चीफ के लिए पैनल में तीन नाम शॉर्टलिस्ट
पीएम की अध्यक्षता वाले पैनल में चीफ जस्टिस एनवी रमाना और विपक्षी नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे. इस पैनल ने तीन नामों को शॉर्टलिस्ट किया है. वो नाम हैं-
- सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के डायरेक्टर-जनरल सुबोध कुमार जायसवाल
- सशस्त्र सीमा बल (SSB) के डीजी राजेश चंद्रा
- केंद्रीय गृह मंत्रालय में इंटरनल सिक्योरिटी के स्पेशल सेक्रेटरी वीएसके कौमुदी
फाइनल किए गए सभी नाम 1984-87 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
जायसवाल 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, और महाराष्ट्र के डायरेक्ट-जनरल रह चुके हैं. वो अभी सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के डायरेक्टर-जनरल हैं.चंद्रा भी बिहार कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल सशस्त्र सीमा बल के डायरेक्टर-जनरल का पद संभाल रहे हैं.कौमुदी 1986 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और केंद्रीय गृह मंत्रालय में इंटरनल सिक्योरिटी के स्पेशल सेक्रेटरी हैं
फरवरी से खाली पड़ा है सीबीआई चीफ का पद
फरवरी में पूर्व चीफ ऋषि कुमार शुक्ला का कार्यकाल खत्म होने के बाद से ये पद खाली पड़ा है. सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर, प्रवीण सिन्हा एजेंसी के अंतरिम चीफ का कार्यभार संभाल रहे हैं.
नए सीबीआई चीफ नियुक्ति से अगले दो सालों तक के लिए ये पद संभालेंगे. कानून के मुताबिक, सरकारी पैनल सीबीआई डायरेक्टर का चयन ‘वरिष्ठता, अखंडता और एंटी करप्शन मामलों की जांच में अनुभव के आधार पर करता है.’
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