सीबीआई के अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव ने भारी फेरबदल करते हुए 20 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है. इनमें कुल 13 पुलिस ऑफिसर और सात एडिशनल एसपी शामिल हैं.
इन अधिकारियों में 2जी घोटाला मामले की जांच करने वाले अधिकारी विवेक प्रियदर्शी भी शामिल हैं. दिल्ली की एंटी करप्शन ब्रांच से ट्रांसफर करके प्रियदर्शी को चंडीगढ़ भेज दिया गया है.
ट्रांसफर आदेश में क्या कहा गया
नागेश्वर राव ने ट्रांसफर के आदेश में ये साफ किया है कि संवैधानिक अदालतों के आदेश पर किसी भी मामले की जांच और निगरानी करने वाले अधिकारी अपने पद पर बने रहें. आदेश के अनुसार, तमिलनाडु में स्टरलाइट-विरोधी प्रदर्शन गोलीबारी मामले की जांच कर रहे सरवनन को मुंबई की बैंकिंग, सिक्युरिटी एंड फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ब्रांच भेजा गया है.
ये ब्रांच हीरा व्यापारियों नीरव मोदी और मेहुल चोकसी समेत लोन फर्जीवाड़ा करने वालों की जांच कर रही है. स्टरलाइट-विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे.
आदेश में कहा गया है कि सरवनन स्टरलाइट-विरोधी प्रदर्शन गोलीबारी मामले की जांच जारी रखेंगे. सीबीआई की स्पेशल यूनिट में तैनात प्रेम गौतम को पदमुक्त कर दिया गया है. अभी तक उनका काम सतर्कता के लिए अधिकारियों पर नजर रखना था. वो आर्थिक मामलों की जांच जारी रखेंगे. गौतम की जगह राम गोपाल को दी गई है. वो चंडीगढ़ स्पेशल क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर के बाद यहां आए हैं.
पिछले दिनों पीएम मोदी की अध्यक्षता में सेलेक्शन कमेटी ने आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर के पद से हटा दिया था और नागेश्वर को अंतरिम डायरेक्टर चुना था. अब आगामी 24 जनवरी को सेलेक्शन कमेटी को नए सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए मीटिंग करनी है. ऐसे में नागेश्वर राव का 20 अधिकारियों का ट्रांसफर करने का ये फैसला अहम माना जा रहा है.
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