बैंक धोखाधड़ी के 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के हालिया मामलों में नकेल कसते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को देशभर के करीब 169 स्थानों पर छापेमारी की. सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छापेमारी में आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दादरा एवं नगर हवेली में स्थित स्थान शामिल हैं.
सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी के 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के मामलों से संबंधित करीब 35 मामले दर्ज किए हैं. हालांकि, अधिकारी ने बैंकों या मामलों से जुड़े आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया.
इन बैंको के खिलाफ करवाई
उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी में शामिल (बोर्ड के सदस्यों सहित) बैंकों में आंध्र बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इंडियन ओवरसीज बैंक, एसबीआई, इलाहाबाद बैंक, केनरा बैंक, देना बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक,पंजाब नेशनल बैंक , सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया हैं.
दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, लुधियाना, देहरादून, नोएडा, बारामती, मुंबई, ठाणे, सिलवासा, कल्याण, अमृतसर, फरीदाबाद, बेंगलुरु, तिरुपुर, चेन्नई, मदुरै, क्विलोन, कोचीन, भावनगर, सूरत, अहमदाबाद, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, चंदौली, बठिंडा, गुरदासपुर, मुरैना, कोलकाता, पटना और हैदराबाद उन शहरों में से हैं, जिनमें छापेमारी की जा रही है.
ऐसा पहली बार नहीं है जब केंद्रीय जांच एजेंसी ने इतने बड़े स्तर पर छापेमारी की है. कुछ महीने पहले भी एजेंसी ने बैंक धोखाधड़ी के मामलों में छापेमारी को अंजाम दिया था. यह कार्रवाई इस बात को ध्यान में रखकर की गई कि भ्रष्टाचार की वजह से सरकारी तंत्र में आम आदमी और छोटे कारोबारियों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)