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CBSE परीक्षा: राज्य सरकारों से 25 मई तक मांगे गए हैं सुझाव-केंद्र

CBSE की कक्षा 12वीं की परीक्षा पर नहीं हो सका फैसला, केंद्र ने 25 मई तक राज्यों से मांगे सुझाव

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CBSE की कक्षा 12वीं की परीक्षाओं को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं हो पाया है. रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि केंद्र को परीक्षा आयोजित करने के संबंध में राज्यों से अच्छे सुझाव मिले हैं और राज्य सरकारों से इस बारे में 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने को कहा गया है.

वहीं दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने परीक्षा से पहले सभी छात्रों के वैक्सीनेशन की मांग की है.

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परीक्षा से पहले हो बच्चों का टीकाकरण- मनीष सिसोदिया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में शामिल होने के बाद दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि उन्होंने कक्षा 12वीं के छात्रों के वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जाने की मांग रखी है.

मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए यह मांग की...

वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि “CBSE की कक्षा 12वीं की परीक्षाओं को लेकर हम जल्द ही किसी निर्णय पर पहुंचेंगे और छात्र व अभिभावकों की अनिश्चितता को दूर करेंगे. उन्होंने कहा कि छात्रों और शिक्षकों दोनों की सुरक्षा हमारे लिए अहम है.”

मनीष सिसोदिया के अनुसार, कई राज्यों ने कहा था कि वे CBSE की ओर से प्रस्तावित दोनों में से किसी विकल्प के साथ नहीं जाना चाहते हैं लेकिन तीसरा विकल्प है- परीक्षा न हो.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सीबीएसई कक्षा 12वीं की मुख्य विषयों की परीक्षा करवा सकता है और इसके लिए दो विकल्पों को प्रस्ताव रखा गया है.

क्या हैं CBSE के दो विकल्प

न्यूज पेपर में सूत्रों के हवाले से छपी रिपोर्ट के अनुसार, पहला विकल्प यह होगा कि परीक्षा मौजूदा तरीके से ली जाए और तय एग्जाम सेंटर्स पर मुख्य विषयों के लिए आयोजित हो. वहीं अन्य विषयों की गणना मुख्य विषय में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर की जाए.

जबकि दूसरे विकल्प में CBSE ने सुझाव दिया कि कक्षा 12वीं के छात्रों के मुख्य विषयों की परीक्षा तय एग्जाम सेंटर्स की बजाय उनके अपने स्कूलों में आयोजित कराई जाए.

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बोर्ड के अनुसार मुख्य विषयों में फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स, बायोलॉजी, हिस्ट्री, पॉलिटिकिल साइंस, बिजनेस स्टडी, अकाउंटस, जियोग्राफी, इकनॉमिक्स और इंग्लिश शामिल होंगे.

बोर्ड ने यह भी कहा कि अगर कोई छात्र कोविड-19 महामारी की वजह से परीक्षा देने से चूक जाता है तो उसे एग्जाम में शामिल होने का एक और मौका दिया जाएगा.

अप्रैल में देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था.

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