चीन लगातार एलएसी पर सीमा उल्लंघन करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन हर बार भारतीय जवानों ने उसके मंसूबों को नाकाम कर दिया. अब इस पूरे मामले को लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने कहा है कि हमें पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है. रावत ने सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि पाकिस्तानी खतरे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमें चीन और पाकिस्तान दोनों फ्रंट पर तैयार रहना होगा और ये तय करना होगा कि कौन सा फ्रंट हमारे लिए प्राइमरी है और कौन सा सेकेंडरी.
दोनों बॉर्डर पर रखनी होगी नजर
सीडीएस बिपिन रावत ने चीन और पाकिस्तान को लेकर ये बातें यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहीं. इस दौरान रावत ने कहा कि हमें चीन और पाकिस्तान दोनों बॉर्डर पर नजर रखने की जरूरत है और हमारे पास इसके लिए आर्म्ड फोर्सेस हैं.
रावत ने कहा कि चीन और भारत के बीच बॉर्डर मैनेजमेंट प्रोटोकॉल है. लेकिन पिछले कुछ समय से हमने देखा कि चीन एग्रेसिव हुआ है. लेकिन हमारी तीनों सेनाएं इन सभी धमकियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
पाकिस्तान उठा सकता है फायदा
पाकिस्तान को लेकर सीडीएस रावत ने कहा कि, पाकिस्तान लगातार प्रॉक्सी वॉर के जरिए हमारे देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता आया है. पाकिस्तान लगातार हमारे देश के कई हिस्सों में आतंकवाद को फैलाने की कोशिश करता है.
लेकिन अब पाकिस्तान नॉर्दन बॉर्डर्स पर जारी तनाव का फायदा उठा सकता है और हमारे लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है. इसीलिए हमें और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है कि पाकिस्तान की तरफ से की गई किसी भी हरकत को रोका जा सके. अगर पाकिस्तान की तरफ से ऐसी कोई कोशिश की गई तो उन्हें इसका भारी नुकसान उठाना होगा.
रावत ने इस फोरम में कहा कि यूनाइटेड नेशंस से भारत ये चाहता है कि वो हमारे साथ सूचनाओं को साझा करे और हाईटेक टेक्नोलॉजी बैटल फील्ड सिस्टम मुहैया कराए, जिसे हम एडवांटेज के तौर पर इस्तेमाल कर सकें.
कश्मीर में आतंकी भेज रहा पाक
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान की तरफ से लगातार कश्मीर में घुसपैठ कर आतंकी भेजे जा रहे हैं, जो रोजाना किसी हमले को अंजाम देते हैं. हर दूसरे दिन सेना की टुकड़ियों पर हमले की कोशिश होती है जिनमें कई आतंकी मारे जाते हैं, लेकिन कई बार भारतीय जवान भी शहीद होते हैं. गुरुवार को राजस्थान के झुंझनू के रहने वाले सूबेदार शमशेर अली आतंकियों के हमले में शहीद हो गए. इसके अलावा पाकिस्तान की तरफ से लगातार एलओसी पर गोलीबारी होती रहती है.
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