चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) का अंतिम संस्कार आज नई दिल्ली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा. 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में इंडियन एयरफोर्स के एक हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के 11 अधिकारियों की मौत हो गई थी.
अंतिम संस्कार से पहले, जनरल रावत और उनकी पत्नी का शव दिल्ली के कामराज मार्ग स्थित उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. सुबह 11 बजे से 12.30 बजे तक आम लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे. दोपहर 2 बजे तक दर्शन के बाद शवों को दिल्ली कैंट स्थित बराड़ स्क्वायर श्मशान घाट ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
ब्रिगेडियर लिड्डर का अंतिम संस्कार सुबह 9.30 बजे बराड़ स्क्वायर श्मशान घाट में किया गया.
सभी शवों को 9 दिसंबर की शाम कोयंबटूर के पास सुलूर से पालम हवाई अड्डे पर लाया गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने फूल समर्पित कर सभी को श्रद्धांजलि दी. पीएम नरेंद्र मोदी ने जनरल रावत समेत सभी मृतकों के परिजनों से बात कर उन्हें सांत्वना देने की भी कोशिश की.
इसके बाद, एक ट्विटर पोस्ट में, पीएम मोदी ने लिखा, "जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को अंतिम सम्मान दिया. भारत उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा."
तीनों सेनाओं के प्रमुख भी इस अवसर पर एयरपोर्ट पहुंचे और जनरल रावत समेत अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
10 शवों की पहचान जारी
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना ने कहा कि केवल तीन लोगों- जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर लिडर के शवों की अब तक पहचान की गई है, और उनका अंतिम संस्कार 10 दिसंबर को होगा.
बाकी 10 लोगों के शवों की सही पहचान होने तक उन्हें आर्मी बेस अस्पताल की मॉर्चरी में रखा जाएगा. इसके बाद शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिवारों को सौंप दिया जाएगा.
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