सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) जिस हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए, उसमें उनकी पत्नी समेत 11 अन्य लोग शहीद हुए थे. कुल 13 लोगों में से 11 दिसंबर को छह और सैनिकों की शिनाख्त कर उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए स्पेशल फ्लाइट से उनके घर भेजा गया.
बता दें इस हादसे में लोग इतनी बुरी तरह से आग में झुलस गए थे कि इनकी शिनाख्त करने के लिए डीएनए टेस्ट का सहारा लेना पड़ा. इस वजह से ही शिनाख्त में देरी हुई.
इन शवों की हुई पहचान, लेकिन कुछ को अब भी इंतजार
जिन कर्मियों के शवों की पहचान की गई है, उनमें एमआई-17वी5 के पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, सह-पायलट, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अधिकारी अरक्कल प्रदीप, लांस नायक विवेक शामिल हैं.
बता दें चार परिवार अब भी अपने प्रियजनों के शवों की पहचान होने का इंतजार कर रहे हैं. ये जवान हैं लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंद्र कुमार.
सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का हो चुका अंतिम संस्कार
सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार 10 दिसम्बर को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में किया गया था. उनके अंतिम संस्कार से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी.
दुर्घटना में जिन्दा बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को अभी भी बेंगलुरु के आईएएफ कमांड अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है. यह हादसा कैसे हुआ इसकी अभी भी जांच की जा रही है.
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