नए साल के जश्न पर भी कोरोना का खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है. कई राज्यों ने पहले ही न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर पाबंदियां लगा दी हैं, वहीं अब केंद्र सरकार ने भी राज्यों को सुझाव दिया है कि वो ऐसी ही पाबंदियों पर विचार करें. ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन पाए जाने के बाद ये सावधानी बरतने के लिए कहा गया है. राज्यों को सुझाव दिया गया है कि वो 30 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक हालात को देखते हुए पाबंदियां लगा सकते हैं. हालांकि इसे लेकर अंतिम फैसला राज्यों को ही लेना है.
ट्रांसपोर्टेशन पर नहीं होगी पाबंदी
केंद्र की तरफ से राज्यों को लिखा गया है कि, पिछले कुछ समय से लगातार कोरोना वायरस के नए मामले कम हो रहे हैं. लेकिन दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना तेजी से बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए सावधानियां बरतना जरूरी है. खासतौर पर ऐसे भीड़भाड़ वाले इवेंट्स से बचने की जरूरत है, जिनमें कोरोना तेजी से फैलने के आसार हों.
हालांकि केंद्र की तरफ से साफ किया गया है कि नए साल में ट्रांसपोर्ट्रेशन पर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी. इंटर स्टेट और इंट्रा स्टेट ट्रांसपोर्ट बिना किसी पाबंदी के जारी रहेगा.
इन राज्यों ने पहले ही लगाए प्रतिबंध
केंद्र ने भले ही अब पाबंदियां लगाने का सुझाव दिया हो, लेकिन इससे पहले ही कई राज्यों ने नए साल के जश्न पर पाबंदियां लगाने का फैसला किया है. जिनमें महाराष्ट्र ने सबसे पहले नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया था. न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए भी पाबंदिया हैं. इसके अलावा तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं.
बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन पाए गए हैं. जिसके बाद तमाम देशों ने यहां की यात्रा पर बैन लगा दिया. भारत ने भी बैन लगाया, लेकिन तब तक आए यात्रियों का टेस्ट हुआ, जिनमें से करीब 6 लोगों में अब तक नया स्ट्रेन पाया गया है. ब्रिटेन से आए तमाम लोगों को सख्त क्वॉरंटीन पीरियड पूरा करने के निर्देश हैं. सरकार किसी भी हाल में नहीं चाहती है कि एक बार फिर भारत में कोरोना केस तेजी से बढ़ने लगें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)