भारत में ब्लैक फंगस के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. खासकर कोरोना मरीज को हो रहा ये रोग बेहद ही घातक किस्म का है और तेजी से फैल रहा है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मई को राज्यों से निवेदन किया है कि वो ब्लैक फंगस को महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत नोटिफाई कर सकते हैं. राजस्थान राज्य पहले ही ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुका है.
मंत्रालय ने कहा है कि- सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को स्क्रीनिंग, डायग्नोस, बीमारी के उपचार के लिए अब स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की गाइडलाइंस मानना होंगीं.
कोरोना संकट का हाहाकार अभी धीमा ही पड़ा था कि अब ब्लैक फंगस नाम का नया घातक रोग प्रकोप बढ़ाता जा रहा है. राजस्थान सरकार पहले से ही ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुका है. देश के टॉप डॉक्टर भी कह रहे हैं कि ये घातक होने के साथ-साथ तेजी से फैल रहा है. राजस्थान के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में भी ब्लैक फंगस का प्रकोप दिखने लगा है. सबसे ज्यादा केस नागपुर में आए हैं.
एम्स में न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर एमवी पद्म श्रीवास्तव का कहना है कि 'ब्लैक फंगस के केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है. हमें अब रोजाना करीब ब्लैक फंगस के 20 मामले मिल रहे हैं. वहीं अब मामलों की संख्या 100 से ज्यादा हो चुकी है. हमने एम्स के ट्रॉमा सेंटर और झज्जर में अलग से म्यूकर वॉर्ड भी बनाया है.'
ब्लैक फंगस इंफेक्शन से सबसे बड़ा डर ये है कि ये तेजी फैलता है और लोगों के आंखों की रोशनी चली जाती है या कुछ अंग काम करना बंद कर देते हैं. लेकिन यह 'ब्लैक फंगल इनफेक्शन' या Mucormycosis रहस्यमई नहीं है. यह केवल बहुत दुर्लभ था.
Mucormycosis क्या है?
US सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन(CDS) के अनुसार Mucormycosis एक गंभीर लेकिन दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है जो के Moulds के एक ग्रुप, जिसे micromycetes कहते हैं, के कारण होता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)