ट्रैफिक को लेकर नए नियम लागू होने के बाद रोज भारी भरकम चालान की कई खबरें सामने आ रही हैं. पिछले कुछ दिनों में लोगों को हजारों रुपये का चालान भुगतना पड़ा. लेकिन दिल्ली से एक ऐसा मामला आया है जिसमें हजारों नहीं बल्कि लाख रुपये से ज्यादा का चालान हुआ है. अभी तक 30 हजार या 50 हजार चालान के मामले सामने आए थे, लेकिन इस बार एक ट्रक का एक लाख 41 हजार 700 रुपये का चालान हुआ है.
दिल्ली में राजस्थान के एक ट्रक को जब रोका गया तो शायद उसे अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि उसका लगभग डेढ़ लाख का चालान कट जाएगा. ओवरलोडिंग की वजह से पुलिस ने इतना भारी भरकम चालान ट्रक ड्राइवर को थमा दिया.
बताया जा रहा है कि ये चालान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने नहीं बल्कि स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने काटा है. ट्रक में तय सीमा से ज्यादा सामान लदा होने के चलते उसे रोका गया और जांच के बाद उसका चालान किया गया. यह चालान 5 सितंबर को हुआ था, जिसे ट्रक मालिक ने दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में 9 सितंबर को भरा.
ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले चालान से परेशान
मोटर व्हीकल अमेंडमेंट एक्ट 2019 लागू होने के बाद से ही चालान के कई ऐसे मामले सामने आए हैं. ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को उनकी गाड़ी की आधी या किसी-किसी को तो पूरी कीमत भी चालान के तौर पर देनी पड़ रही है.
हरियाणा के गुरुग्राम से कुछ ही दिन पहले एक मामला सामने आया था, जिसमें 15 हजार रुपये की स्कूटी का चालान 23 हजार रुपये का किया गया. वहीं ओडिशा के भुवनेश्वर में एक शख्स ने 25 हजार में ऑटो रिक्शा खरीदा था, लेकिन ट्रैफिक रूल तोड़ने पर उसका 47,500 रुपये का चालान कट गया. इसके अलावा भी रोजाना ऐसे ही हजारों रुपये के चालान काटे जा रहे हैं.
मंत्री ने दिया सुरक्षा का हवाला
ट्रैफिक के इस नए कानून के लागू होने के बाद इसका जमकर विरोध भी हो रहा है. कई ट्रांसपोर्ट संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं. उनका कहना है कि गरीबों का हजारों रुपये का चालान काट दिया जा रहा है. ऐसे में उनकी रोजी-रोटी पर इसका असर पड़ेगा.
वहीं इस विरोध के जवाब में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि लोगों की सुरक्षा के लिए ये नियम बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को कम करने और सड़कों पर लोगों को सुरक्षित करने के लिए कड़ा जुर्माना लगाना जरूरी है. उन्होंने बताया कि उनका भी एक बार चालान हो चुका है. गडकरी ने कहा, ‘लोग चालान के भारी जुर्माने को लेकर शिकायत कर रहे हैं. यहां तक कि मुझ पर भी बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ओवरस्पीडिंग को लेकर जुर्माना लग चुका है, क्योंकि कार मेरे नाम पर रजिस्टर्ड है.’
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