छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल को सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच घंटों चली मुठभेड़ के बाद अब CRPF ने दावा किया है कि मुठभेड़ में 25 से 30 नक्सलियों के मारे जाने की आशंका है. बता दें कि हमले में CRPF के 22 जवान शहीद हो गए हैं और 30 जवान घायल भी हो गए हैं, जिनका बीजापुर और रायपुर में इलाज चल रहा है. हमले के बाद से कई जवान लापता भी हैं.
3 ट्रैक्टरों में नक्सलियों के शव
सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI से हुई बातचीत में कहा कि 'अभी मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता. लेकिन, 3 ट्रैक्टरों में उनके शवों को ले जाया गया है. मारे गए नक्सलियों की संख्या 25 से 30 के बीच हो सकती है.'
खुफिया चूक नहीं हुई: CRPF
डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि-
'घटना को इंटेलिजेंस फेलियर या ऑपरेशनल फेलियर कहना सही नहीं है. अगर ये इंटेलिजेंस फेलियर होता तो सेनाएं ऑपरेशन के लिए नहीं जातीं. और अगर ये ऑपरेशन फेलियर होता तो बड़ी संख्या में नक्सली नहीं मारे जाते.'कुलदीप सिंह, डीजी, CRPF
इलाके में तलाशी अभियान जारी
हमले के बाद से ही इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपना असम दौरा रद्द कर दिल्ली लौट चुके हैं. इसी के साथ कॉर्डन सैन्य रणनीति (इलाके में घेराबंदी कर विद्रोहियों की तलाश) के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राज्य पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की एक टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
PLGA ने किया था हमला
शनिवार दोपहर को बीजापुर-सुकमा सीमा पर तार्रेम क्षेत्र में अचानक पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) ने 400 सुरक्षाबलों की एक मजबूत टीम पर घेरकर हमला कर दिया. यह फायरिंग तीन घंटे तक चलती रही. शाम 4 बजे से गोलीबारी रुक गई. लेकिन पुलिस ने अब भी ऑपरेशन को खत्म नहीं माना है.
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