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चीतों के शिकार के लिए Kuno में हिरण छोड़े जाने से नाराज बिश्नोई समाज,धरने पर बैठे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आठ अफ्रीकी चीतों को अफ्रीका के नांबिया से भारत लाया गया था.

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भारत
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नांबिया (Namibia) से लाए गए चीतों (Cheetah) के लिए भेजे गए चीतलों (हिरण) को लेकर बिश्नोई समाज खफा नजर आ रहा है. बिश्नोई समाज से जुड़े दर्जनों लोग सोमवार 19 सितंबर को लघु सचिवालय पहुंचे और धरने पर बैठे गए. उन्होंने सरकार से तुरंत इस पर रोक लगाने की मांग की है.

धरने पर बैठे बिश्नोई समाज से जुड़े एडवोकेट सुशील बिश्नोई ने कहा कि बेशक चीता एक मांसाहारी जीव है और उसका भोजन अन्य जीव हैं, मगर इस तरह से हल्ला मचा कर सैंकड़ों हिरणों को भेजे जाने से बिश्नोई समाज की भावनाएं आहत हुई हैं.

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BJP नेता ने भी किया ट्वीट 

एडवोकेट सुशील बिश्नोई ने कहा कि बिश्नोई समाज हिरणों और अन्य निरीह जीवों की रक्षा के लिए हमेशा आगे रहा है. इसके लिए उन्होंने कुर्बानियां भी दी हैं. उन्होंने कहा कि समाज से जुड़े लोगों से एक बड़ी बैठक करने का भी आह्वान किया गया है.

भारतीय जनता पार्टी के नेता कुलदीप बिश्नोई ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है. कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट कर लिखा कि, "चीतों के भोजन हेतु चीतल व हिरण भेजने की सूचनाएं आ रही हैं,जो अति निंदनीय है. मेरा केन्द्र सरकार से अनुरोध है कि राजस्थान में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे हिरणों की प्रजाति और बिश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए इस मामले की जांच करवाई जाए और अगर ऐसा है तो तुरंत इस पर रोक लगाई जाए."

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर की सुबह 11.25 बजे आठ अफ्रीकी चीतों को अफ्रीका के नांबिया से भारत लाया गया था. इन चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क के संगरोध बाड़े में छोड़ दिया गया था. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में इन चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा था.

इनपुट- परवेज खान

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