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‘क्लास में पोर्न देखते टीचर’:चेन्नई के स्कूलों में #MeToo आंदोलन

चेन्नई में स्कूल टीचर पर आरोप है कि वो ऑनलाइन क्लास में ‘तौलिया लपेटकर पढ़ाते थे.’

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चेन्नई के एक बड़े स्कूल के कई स्टूडेंट्स ने 59 साल के एक टीचर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. अब ये आरोप एक तरह का #MeToo आंदोलन बदलता जा रहा है. चेन्नई के कम से कम पांच टॉप स्कूलों की कई स्टूडेंट ने कुछ मेल टीचर के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए हैं.

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यौन उत्पीड़न की परेशान करने वाली घटनाओं को बताने के लिए स्कूलों की मौजूदा छात्राओं और पूर्व छात्राओं ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. द क्विंट ने इन मामलों की गंभीरता को समझने के लिए चेन्नई के पांच सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्राओं से बात की.

सोशल मीडिया पर काफी हंगामे के बाद फिलहाल 59 साल के शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.

कॉमर्स सब्जेक्ट पढ़ाने वाले टीचर पर पोक्सो अधिनियम की धारा 12 और आईटी अधिनियम की धारा 67, 67 (ए), 354 (ए) और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

स्टूडेंट्स के आरोपों से पहले जानते हैं कि पूरा मामला क्या है और कैसे अब यौन उत्पीड़न को लेकर पूर्व और मौजूदा स्टूडेंट्स आवाज उठा रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, ये मामला तब सामने आया जब ऑनलाइन क्लास में टॉवल पहनकर बच्चों को पढ़ाने की बात सामने आई. स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान उनकी वर्चुअल क्लासरूम में भी टीचर द्वारा उत्पीड़न जारी रहा. एक फैशन इन्फ्लुएंसर द्वारा साझा की गई कहानी में, एक छात्रा ने शिक्षक पर तौलिया में क्लास लेने का आरोप लगाया है.

स्कूल के टीचर कथित तौर पर स्टूडेंट्स को पर्सनल मैसेज करते, उनकी प्रोफाइल तस्वीरों पर टिप्पणी करते और उन्हें 'सुंदर कपड़ों' में तस्वीरें भेजने के लिए कहते.

यही नहीं एक पूर्व छात्रा ने अपने 11वीं क्लास की घटना बताई जो चौंकाने वाली थी. पूर्व छात्रा ने कहा,

“महिलाओं की शर्ट पर आगे की जेब क्यों नहीं होती? क्योंकि पहाड़ी इलाकों में आपको सिग्नल नहीं मिलते’. यह क्लास में उस टीचर द्वारा किया गया मजाक था. जब मैं उनकी बातों पर नहीं हंसी और नाराजगी जाहिर की तो उन्होंने मुझे ‘बहुत संवेदनशील’ कहा.”

तमिलनाडु के स्कूलों का #MeToo मूवमेंट?

टीचर की गिरफ्तारी के बाद अब चेन्नई के दूसरे स्कूलों के बच्चों ने भी अपने साथ हुए गलत व्यहवार की कहानी बतानी शुरू कर दी है. जब सोशल मीडिया से लेकर हर जगह चर्चा होने लगी तब कई पूर्व छात्राओं ने भी अपनी आपबीती बताई. इन आरोपों पर पूर्व छात्राओं ने एक बयान भी जारी किया. वहीं एक महिला इंस्टाग्राम फैशन इन्फ्लुएंसर ने कई स्टूडेंट्स की आपबीती साझा की है जिन्होंने शिक्षक पर 10 से ज्यादा सालों तक उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया.

जब द क्विंट ने आरोप लगाने वालों से संपर्क किया, तो एक भयावह तस्वीर सामने आई. छात्राओं ने आरोप लगाया कि वह नियमित रूप से लड़कियों को 'अजीब सवालों' के साथ परेशान करते थे. उन लोगों ने टीचर पर आरोप लगाया कि वो लड़कियों के शरीर पर टिप्पणी करते थे.

लड़कियों का आरोप है कि टीचर के मुताबिक, ‘बिना आस्तीन और गैर-पारंपरिक कपड़े पहनना पसंद करने वाली लड़कियां आसानी से भ्रमित हो सकती हैं.’ कुछ छात्राओं ने कहा कि वह लड़कियों के स्तनों को कोहनी मारते और कहते कि गलती से हुआ.

टीचर जो क्लास में पोर्न देखते थे

26 साल की लवलीना* (बदला हुआ नाम), एक गायिका हैं. जब वह चेन्नई के एक टॉप स्कूल में पढ़ रही थीं, तब उसे दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था. हाल ही में, जैसे ही सोशल मीडिया पर #MeToo को लेकर चर्चा शुरू हुआ तो लवलीना यह जानकर हैरान रह गईं कि उनके कई साथी क्लासमेट का भी एक शिक्षक ने यौन उत्पीड़न किया गया था, जिसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था. उनमें से किसी ने भी पिछले हफ्ते से पहले अपनी कहानियां शेयर नहीं की थी.

आरोप है कि चेन्नई के टॉप स्कूल के एक संस्कृत पढ़ाने वाले शिक्षक ने कथित तौर पर सात साल की छोटी लड़कियों को भी यौन उत्पीड़न किया था.

“वह कई बार क्लास और कंप्यूटर लैब में पोर्न देखते हुए पकड़े गए थे. कभी-कभी, बच्चे एग्जाम में नहीं लिख पाते थे क्योंकि वे उन्हें पोर्न देखते हुए पाते थे. इस पर किसी भी शिक्षक ने कुछ नहीं किया. वह (टीचर) किसी से नहीं डरते थे.”

इंटर स्कूल कॉम्पेटीशन के दौरान, टीचर स्टाफ रूम में चले जाते थे जहां लड़कियां को उनकी ड्रेस बदलने के लिए जगह दी गई थी.

लवलीना ने कहा,

“एक बार हमारे एनुअल डे समारोह के दौरान, जब शिक्षकों ने सभी पुरुषों को बाहर निकलने के लिए कहा था क्योंकि हम साड़ी बदल रहे थे, तब ये टीचर अंदर आ गए. हम अपने ब्लाउज और पेटीकोट में खड़े थे, और उन्होंने एक चुटीली मुस्कान के साथ कहा, ‘ओह, सॉरी!’, और चले गए.”

इस बीच, कई स्टूडेंट्स ने दुर्व्यवहार की संस्कृति के खिलाफ बात की जिसे स्कूल ने चुपचाप दरकिनार कर दिया. उसी स्कूल के केमिस्ट्री का एक लैब टेक्नीशियन कथित तौर पर लड़कियों को उनके लैब कोट के बटन को बंद करने में मदद के बहाने से छूता था.

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बच्चों के साथ स्विमिंग पूल में दुर्व्यवहार

कई छात्राओं ने चेन्नई के एक और स्कूल के स्विमिंग कोच के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. छात्राओं ने टीचर पर "बुरी नजर से देखना" और उन्हें "छूने" का आरोप लगाया है.

स्कूल की पूर्व छात्रा राजी * (बदला हुआ नाम), ने कहा,

“उन्होंने एक बार मुझसे कहा था, ‘तुम बहुत खूबसूरत और हॉट लग रही हो. काश मैंने शुरू से ही तुम पर अपनी नजर रखी होती’. मैं बहुत डर गई थी, लेकिन पता नहीं था कि कैसे जवाब दूं. कोच भीड़-भाड़ वाली कैंटीन के पास खड़े होते और लड़कियों के लिए नाश्ता लाने की पेशकश करते. फिर, वह अपने हाथों को लड़कियों के कंधों और कूल्हे पर रखते और उन्हें रगड़ते. लेकिन जब वह मेरे पिता से इलाज कराने लगे (राजी के पिता एक डॉक्टर हैं) तब उसके बाद ही उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार करना बंद किया. लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि उन्होंने बाकी छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करना बंद कर दिया था.”
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स्कूल पर आरोप

कई छात्राओं ने ये भी आरोप लगाया है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी स्कूल के मैनेजमेंट ने टीचर पर कोई कार्रवाई नहीं की. अब इस मामले के तूल पकड़ने के बाद स्कूल ने आरोपी टीचर के सस्पेंशन का आदेश जारी किया है. स्कूल ने टीचर को छिट्ठी लिखकर कहा,

“आप पर कदाचार के कुछ बहुत गंभीर आरोप लगाए गए हैं और यह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रबंधन के संज्ञान में आया है. बिना किसी पूर्वाग्रह के आपके आचरण की जांच को देखते हुए आप तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाते हैं.”

वहीं स्कूल का कहना है कि किसी भी स्टूडेंट ने टीचर को लेकर इस तरह की कभी शिकायत नहीं की थी.

द क्विंट ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हमारे संवाददाता को कोई जवाब नहीं मिला. हालांकि, स्कूल के प्रींसिपल और डायरेक्टर ने सोमवार सुबह अभिभावकों को एक मेल भेजा, जिसमें कहा गया कि वे आरोपों की बात स्वीकार की है. स्कूल ने कहा, "हम आरोपों का स्वत: संज्ञान ले रहे हैं और स्थिति को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे."

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नेताओं ने अब उठाई आवाज

अब इस मामले पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी की दो सांसदों ने जांच की बात कही है. इन सांसदों में कनिमोई भी शामिल हैं.

डीएमके की सांसद कनिमोई ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा,

“पद्म शेषाद्रि स्कूल में कॉमर्स के टीचर के ऊपर लगे यौन शोषण के आरोप चौकाने वाले हैं. इस मामले की जांच होनी चाहिए. जो लोग भी शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. स्कूल के मैनेजमेंट के खिलाफ भी, जिसने स्टूडेंट्स से बार-बार मिली शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की. मैं वादा करती हूं कि यह मामला प्रशासन में बैठे लोगों तक लेकर जाउंगी.”
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एक के बाद एक छात्राओं ने लगाए आरोप

स्कूल की पूर्व छात्रा रिया (बदला हुआ नाम) कहती हैं, “मैं सामने की बेंच पर बैठती थी और वह अजब तरह से करीब खड़े होते थे. उस समय, हम उनके व्यवहार को टाल देते थे."

एक और छात्रा कहती हैं कि क्लास में जब कोई लड़की ‘आउच’ कहती है या चिल्लाती है तो टीचर पूछते थे, ‘तुम ऐसे क्यों चिल्ला रहे हो जैसे कि तुम्हारा बलात्कार हो रहा है?’

एक और पूर्व छात्रा ने द क्विंट को बताया कि उन्होंने स्टाफ रूम में उसके कई दोस्तों को परेशान किया था.

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