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ब्रह्म चेलानी का सवाल-भारत घुसपैठ करता तो क्या चीन चुप रहता?

भारत और चीन के बीच सिक्किम और लद्दाख में तनातनी जारी है

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भारत और चीन के बीच सिक्किम और लद्दाख में तनातनी जारी है. 5 और 6 मई को भारत और चीन के सैनिकों में लद्दाख के गलवान इलाके में झड़प हो गई थी. अब इलाके में चीन के सैनिकों की हरकतें सामने आ रही हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने लद्दाख की पैंगोंग लेक से 200 किमी दूर एक एयरबेस पर काफी कंस्ट्रक्शन किया है. भारत-चीन की इस तनातनी पर रणनीतिक विचारक ब्रह्मा चेलानी ने प्रतिक्रिया दी है.

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ब्रह्मा चेलानी ने काफी पहले के चीनी मिलिट्री जनरल सुन जू का जिक्र करते हुए कहा, "चीन ने पहले सुन जू के स्टाइल में भारत पर अपने इलाके में 'घुसपैठ' का आरोप लगाते हुए पर्दा डाल दिया था.

वो आरोप जो अभी भी दुर्भाग्य से भारतीय मीडिया का एक सेक्शन चलाए जा रहा है. ये मीडिया का सेक्शन चीन का सच दिखाने से परहेज कर रहा है.  
ब्रह्मा चेलानी

दरअसल, चीन ने 5 और 6 मई को हुई झड़प से पहले गलवान इलाके में भारत के एक रोड बनाने का विरोध किया था.

'भारत में 3 किमी तक घुस आया चीन'

चीनी सैनिकों के भारतीय इलाके में आने की खबरों पर ब्रह्मा चेलानी ने ट्वीट किया कि चीन लद्दाख इलाके में 1-3 किमी तक घुस आया है.

चीन अच्छी जगह पर बैठा है. उसकी घुसपैठ वाली जगह उसे दुश्मन की पोजीशन पर फायदा देती है. जितने ज्यादा समय तक चीन की सेना यहां रहेगी, यथास्थिति पर लौटना उतना ही मुश्किल होगा.  
ब्रह्मा चेलानी

इससे पहले 25 मई को ब्रह्मा चेलानी ने ट्वीट कर पूछा था कि अगर भारत ने घुसपैठ की होती तो बीजिंग की क्या प्रतिक्रिया होती?

अगर भारतीय बलों ने तीन अलग-अलग चीन के इलाकों में घसपैठ कर कैंप बना लिए होते तो बीजिंग किस तरह प्रतिक्रिया देता? क्या वो भी चुप रहता जैसे भारत कई दिनों से चीन की घुसपैठ पर है? बेइज्जती से बचने के लिए घुसपैठ को ‘स्टैंडऑफ’ का नाम दिया जा रहा है.
ब्रह्मा चेलानी

NDTV ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीन ने लद्दाख में एक हाई-आल्टीट्यूड एयरबेस पर काफी ज्यादा कंस्ट्रक्शन किया है. साथ ही सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इस एयरबेस पर चीन के फाइटर जेट भी तैनात हैं.

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