ADVERTISEMENTREMOVE AD

BRICS समिट के लिए इस साल भारत आ सकते हैं चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग

भारत इस साल ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अगर अगले कुछ महीनों में COVID की स्थिति में सुधार जारी रहा तो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस साल ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने भारत आ सकते हैं. अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. बता दें कि चीन ने इस साल भारत की ओर से ब्रिक्स समिट की मेजबानी का समर्थन भी किया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
चीन ने सोमवार को कहा कि वो पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं के संगठन ब्रिक्स में सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा. यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया, जब पिछले कई महीनों में सीमा पर गतिरोध की वजह से भारत और चीन के संबंध तनावपूर्ण रहे हैं.

भारत इस साल ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा. भारत की तैयारी ब्रिक्स वार्षिक सम्मेलन की मेजबानी करने की है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 19 फरवरी को दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन स्थित ब्रिक्स सचिवालय में भारत की ब्रिक्स-2021 वेबसाइट की शरुआत की थी.

इस साल ब्रिक्स की अध्यक्षता भारत की ओर से संभालने को लेकर पूछे गए सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि बीजिंग, नई दिल्ली की मेजबानी में शिखर सम्मेलन आयोजित कराने का समर्थन करेगा.

वांग ने कहा, ‘‘ उभरती अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों के वैश्विक प्रभाव के साथ ब्रिक्स सहयोग की प्रणाली है. अंतरराष्ट्रीय मामलों में ब्रिक्स अब सकारात्मक, स्थिर और सृजनात्मक शक्ति है.’’

इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘‘हम दृढ़, एकजुट और सहयोग के लिए रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''

वांग ने कहा, ‘‘हम इस साल सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए भारत का समर्थन करेंगे और अन्य सदस्यों के साथ संवाद को मजबूत करने, सहयोग के तीन स्तंभों को दृढ़ करने, ब्रिक्स के तहत ज्यादा प्रगति करने और ब्रिक्स प्लस सहयोग बढ़ाने के लिए, COVID-19 को हराने, आर्थिक विकास बहाल करने और वैश्विक शासन में सुधार करने के लिए काम करेंगे.''

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×