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आर्मी चीफ ने कहा,लद्दाख में नहीं हुई घुसपैठ,कांग्रेस BJP पर हमलावर

लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में चीन की तरफ से घुसपैठ की रिपोर्ट्स को आर्मी चीफ बिपिन रावत ने खारिज कर दिया है.

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लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में चीन की तरफ से घुसपैठ की रिपोर्ट्स को आर्मी चीफ बिपिन रावत ने खारिज कर दिया है. बिपिन रावत ने एक समारोह के इतर कहा, ‘‘कोई घुसपैठ नहीं हुई है.’ कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी जवानों ने 6 जुलाई को दलाई लामा के जन्म-दिवस के मौके पर कुछ तिब्बतियों के तिब्बती झंडे फहराए जाने के बाद पिछले हफ्ते वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार की.

अब आर्मी चीफ ने कहा है,

चीनी अपनी मानी जाने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आते हैं और गश्त करते हैं... हम उन्हें रोकते हैं. कई बार स्थानीय स्तर पर जश्न समारोह होते हैं. डेमचोक सेक्टर में हमारी ओर तिब्बती जश्न मना रहे थे. इसके आधार पर, कुछ चीनी ये देखने आए कि क्या हो रहा है, लेकिन कोई घुसपैठ नहीं हुई. सब सामान्य है.
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बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस

उधर, कांग्रेस ने बीजेपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि इस मुद्दे को चीन के साथ सभी स्तरों पर उठाया जाना चाहिए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, '' लद्दाख के डेमचोक में चीनी घुसपैठ गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय है. डोकलाम की असफलता का बोझ लिए हुए मोदी सरकार अब इस घुसपैठ का मुद्दा चीन के साथ सभी स्तरों पर उठाए." उन्होंने आरोप लगाया, "बीजेपी का लचर रवैया राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौते के लिए जिम्मेदार है."

मामला क्या है?

बता दें कि कि दलाई लामा के जन्मदिन के मौके पर कुछ तिब्बतियों के अपना झंडा फहराने के बाद चीनी सैनिक जम्मू कश्मीर के लद्दाख संभाग के डेमचोक सेक्टर में भारतीय भूभाग में 5 किलोमीटर अंदर तक आ गए थे.

अधिकारियों ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान एसयूवी पर सवार होकर 6 जुलाई को भारतीय भूभाग के काफी अंदर तक आ गए थे और तिब्बती शरणार्थियों के झंडा फहराए जाने का विरोध किया. तिब्बती शरणार्थी दलाई लामा का 84 वां जन्मदिन मना रहे थे.

भारत और चीन के बीच एक विवादित सीमा रेखा है और दोनों देशों की सेना के बीच डोकलाम में 2017 में 73 दिनों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही थी.

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