चिन्मयानंद केस की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने रेप का आरोप लगाने वाली लॉ स्टूडेंट के पिता को मीडिया से बात न करने को कहा है. SIT ने लॉ स्टूडेंट के पिता से कहा है कि अगर उन्होंने मीडिया से बात की तो उनके और उनकी बेटी के लिए बेहद नुकसानदेह होगा.
छात्रा के परिवार के नजदीकी सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि मामले की जांच कर रही SIT ने उसके पिता को मीडिया से बात न करने को कहा है.
‘मेरी बेटी को फंसाया जा रहा है’
एक दिन पहले ही छात्रा के पिता ने न्यूज पेपर इंडियन एक्सप्रेस से कहा था कि उनकी बेटी ने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने अखबार से कहा-
एसआईटी ने आज मेरी बेटी को झूठे आरोपों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. एसआईटी ने उसके खिलाफ लगाए गए आरोप में कहा है वह (वसूली के लिए) तीन लड़कों के साथ थी. यह सब सरासर झूठ है. मेरी बेटी ने कोई जुर्म कबूल नहीं किया है. एसआईटी मीडिया में झूठ फैला रही है.इंडियन एक्सप्रेस से लड़की के पिता
इस बीच, चिन्मयानंद से वसूली के आरोप में गिरफ्तार तीन युवकों के परिवार वालों ने कहा कि उनके बच्चों को भी धमकाया जा रहा है. तीनों युवकों के परिवार वालों से जुड़े सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि बुधवार को तीन कारों में पुलिसकर्मी और जांच अधिकारी उनके घर आए थे. उनके परिवार वालों को भी मीडिया से बात करने के लिए मना किया गया है.
चिन्मयानंद की ओर से दर्ज कराया गया था रंगदारी मांगने का केस
बता दें, चिन्मयानंद के वकील ने अज्ञात लोगों के खिलाफ जबरन उगाही का केस दर्ज कराया था. आरोप के मुताबिक, चिन्मयानंद के मोबाइल फोन पर 5 करोड़ रुपये की मांग करने वाला एक व्हाट्सऐप मैसेज आया था. उन्होंने आरोप लगाया कि रकम नहीं देने पर कुछ वीडियो क्लिप वायरल करने की धमकी दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने लॉ स्टूडेंट के अलावा तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है.
लॉ स्टूडेंट के परिवार ने आरोप लगाया कि 25 सितंबर को SIT ने पूछताछ के लिए घर आई थी. थोड़ी देर बाद SIT उसे जबरन अपने साथ ले गई. इसके बाद में उसे मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और फिर अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीत कुमार की अदालत में पेश किया गया.
लॉ स्टूडेंट जेल में, चिन्मयानंद अस्पताल में
लॉ स्टूडेंट के पिता ने 24 सितंबर को मीडिया को बताया कि SIT ने उनकी बेटी को उस वक्त गिरफ्तार करने की कोशिश की, जब वह अग्रिम जमानत की सुनवाई के लिए कोर्ट जा रही थी. उन्होंने बताया-
“SIT ने मेरी बेटी को कोर्ट से थोड़ी दूर पहले ही रोक लिया. एसआईटी के अधिकारी उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश कर रहे थे. मेरी बेटी ने मुझे फोन किया और मैं कुछ वकीलों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा. जब हमने आपत्ति जताई, तो एसआईटी ने उसे अदालत की कार्यवाही में भाग लेने की इजाजत दी. सुनवाई के दौरान भी एसआईटी कोर्ट में मौजूद थी.इंडियन एक्सप्रेस से लड़की के पिता
बता दें कि लड़की को कोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिली और उसे जेल भेज दिया गया. इस बीच चिन्मयानंद को लखनऊ के SGPGI के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. चिन्मयानंद ने गिरफ्तार होने के बाद अपनी खराब सेहत का हवाला दिया था.
चिन्मयानंद को यौन शोषण मामले में बीती 20 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 376-C के तहत केस दर्ज किया गया है. गिरफ्तारी के बाद से ही चिन्मयानंद अस्पताल में भर्ती हैं.
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