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कोर्ट में रो पड़ीं दिशा रवि, पुलिस ने कहा- ‘टूलकिट एडिट किया गया’

कोर्ट में रो पड़ीं दिशा रवि, कहा- ‘टूलकिट की 2 लाइनों को एडिट किया‘

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ग्रेटा थनबर्ग टूल किट केस में गिरफ्तार क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को कोर्ट ने 5 दिन की दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हिरासत में भेज दिया है. दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बेंगलुरु के सोलादेवनाहल्ली इलाके से गिरफ्तार किया था. फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपेन के संस्थापकों में से एक दिशा ने कथित रूप से टूलकिट को एडिट करके इसे सोशल मीडिया पर आगे बढ़ाया था.

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कोर्ट में दिल्ली पुलिस की दलील

दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने कोर्ट से दिशा रवि की कस्टडी की मांग करते हुए कहा कि, टूलकिट से जुड़ा यह मामला बेहद गंभीर और भारत सरकार के खिलाफ एक बड़ी साजिश है.

पुलिस के अनुसार इस टूलकिट में 26 जनवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा और विरोध प्रदर्शन को लेकर विस्तृत रूप से एक एक्शन प्लान का जिक्र है, जो कि एक गंभीर अपराध को दर्शाता है.

दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा कि इस टूलकिट को बनाने वाले लोगों की मंशा देश के सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के बीच असहमति पैदा करने की थी, साथ ही किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में लोगों को प्रोत्साहित करने की थी.

कोर्ट रूम में रो पड़ीं दिशा रवि

कोर्ट की कार्यवाही के दौरान क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि जज के सामने रो पड़ीं. दिशा ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट देव सरोहा को बताया कि टूलकिट उसने नहीं बनाया था बल्कि किसानों के समर्थन में सिर्फ दो लाइनों को एडिट किया था. हालांकि दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा ने टूलकिट को एडिट किया था. दिशा के मोबाइल को बरामद कर लिया है लेकिन डेटा डिलीट कर दिया गया है.

किसानों के आंदोलन से प्रभावित थी- दिशा रवि

दिशा रवि का कहना है कि मैं किसानों के आंदोलन से प्रभावित थी और मैंने किसानों का सपोर्ट किया, क्योंकि वे अन्नदाता हैं और हमें भोजन व पानी देते हैं. किसानों के समर्थन के चलते ही टूलकिट की 2 लाइनों को एडिट किया था.

क्या है टूलकिट से जुड़ा मामला?

26 जनवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की जांच के दौरान सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के समय टूलकिट मिला था. इस टूलकिट में किसान आंदोलन को लेकर एक प्रायर एक्शन प्लान नाम का सेक्शन था. जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि आंदोलन के दौरान क्या करना है.

इस टूलकिट को पर्यावरण संरक्षक ग्रेटा थनबर्ग ने भी शेयर किया था. हालांकि बाद में उन्होंने इसे हटा लिया था. टूल किट मामले में इसके लेखक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, हालांकि FIR में किसी व्यक्ति का नाम नहीं था, ये सिर्फ टूलकिट बनाने वालों के खिलाफ था.

पुलिस जांच के दौरान यह भी पता चला है कि इस टूलकिट का संबंध खालिस्तानी संगठन से है और इस मामले में दिल्ली पुलिस लगातार इन्वेस्टिगेशन कर रही है. इसी केस में दिशा रवि की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस का कहना है कि दिशा की गिरफ्तारी के बाद अब उसे शातंनु और निकिता को गिरफ्तार करना है.

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