राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को लेकर कई राज्यों ने विरोध जताया है और इसे लागू करने से इनकार किया है. हाल ही में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि वह राज्य में एनआरसी लागू नहीं करेंगे. वहीं, अब आंध्र प्रदेश सीएम जगन मोहन रेड्डी ने भी एनआरसी को नकारने वाला बयान दिया है. हालांकि, कहा जा रहा है कि इसके लिए प्रशांत किशोर ने उन्हें मनाया है.
प्रशांत किशोर बीजेपी सरकार की CAA और NRC को लेकर आक्रोश जताया था. इस मामले में वह नीतीश कुमार से भी मिले और बताया कि उन्होंने ने भी कहा है कि CAA के साथ एनआरसी मंजूर नहीं है. इसलिए बिहार में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा.
क्या प्रशांत किशोर ने जगन मोहन रेड्डी को मनाया?
जगन मोहन रेड्डी और प्रशांत किशोर मित्रता काफी चर्चाओं में रही है. आंध्र प्रदेश को फतेह करने में प्रशांत ने रेड्डी का साथ दिया था. अब ऐसे में कहा जा रहा है कि एनआरसी का विरोध कर रहे प्रशांत किशोर ने जगन मोहन रेड्डी को भी इसके विरोध के लिए मना लिया है. जिसके बाद रेड्डी ने कहा है कि वह एनआरसी को राज्य में लागू नहीं करेंगे.
एक समारोह में जगन मोहन रेड्डी ने एनआरसी पर बयान देते हुए कहा,
‘मुझे मेरे अल्पसंख्यक भाइयों ने एनआरसी पर एक बयान देने को कहा था. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम एनआरसी का विरोध करेंगे और अपने राज्य में हम इसका समर्थन नहीं करेंगे.’
मुझसे बात कर डिप्टी सीएम ने दिया था बयान- रेड्डी
जगन मोहन मोहन रेड्डी ने कहा, हमारे डिप्टी सीएम एक अल्पसंख्यक नेता हैं, उन्होंने हाल ही में कहा था कि हम एनआरसी का विरोध करेंगे. उन्होंने बयान देने से पहले मुझसे बात की थी.
‘आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम अमजद पाशा ने हाल ही में मुसलमानों को आश्वासन देते हुए कहा था कि, राज्य सरकार प्रदेश में एनआरसी लागू नहीं करेगी. उन्होंने इस मामले में सीएम जगन मोहन रेड्डी से मुलाकात की थी. सीएम ने मुझसे कहा मुस्लिम समुदाय को चिंता करने की जरूरत नहीं है.’
एनआरसी को लेकर पश्चिम बंगाल, बिहार और कांग्रेस शासित राज्यों ने पहले ही विरोध जताया था. अब आंध्र प्रदेश भी इसके विरोध में खड़ी हो गई है.
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