सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अपना प्रधान सचिव नियुक्त करने से पहले राजेंद्र कुमार के बैकग्राउंड की जांच कर लेनी चाहिए थी.
अन्ना ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को अगर केजरीवाल के प्रधान सचिव के खिलाफ कोई शिकायत मिली थी, तो इस पर कार्रवाई पहले ही होनी चाहिए थी.
अन्ना हजारे ने बुधवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित अपने गांव रालेगण सिद्धि में संवाददाताओं से कहा,
यह घटना (कथित भ्रष्टाचार) अरविंद के कार्यकाल में नहीं हुई है. बीजेपी ने बीते डेढ़ साल में इस पर कुछ नहीं किया. कार्रवाई (राजेंद्र कुमार के खिलाफ) तो तभी हो जानी चाहिए थी.अन्ना हजारे, सामाजिक कार्यकर्ता
अन्ना ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल से हमेशा कहा है कि अपने आस-पास मजबूत चरित्र के लोगों को रखो. अन्ना ने कहा,
शुरुआत से ही अरविंद भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं. मैंने हमेशा उनसे कहा है कि तुम्हारे आस-पास हमेशा मजबूत चरित्र के लोग होने चाहिए. किसी को प्रधान सचिव चुनने से पहले उन्हें उसकी पृष्ठभूमि की जांच कर लेनी चाहिए थी.अन्ना हजारे, सामाजिक कार्यकर्ता
छापे को लेकर गरमाई सियासत
गौरतलब है कि सीबीआई ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में राजेंद्र कुमार के घर और दफ्तर पर छापा मारा था. दिल्ली सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री के ऑफिस की भी छानबीन की गई थी. इस मसले पर सियासत भी तेज होती जा रही है.
---इनपुट IANS से
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