महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी नेताओं ने 25 नवंबर को मुंबई के राजभवन जाकर सरकार बनाना का दावा पेश किया है. तीनों पार्टियों के नेताओं ने मिलकर राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने के निवेदन वाला पत्र राजभवन जाकर सौंपा. राजभवन में दिए गए पत्र पर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, एनसीपी नेता जयंत पाटिल और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात के दस्तखत हैं.
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने क्विंट को बताया है कि कुल 162 विधायकों के समर्थन का पत्र उन्होंने राज्यपाल को ऑफिस को सौंपा है. जयंत पाटिल ये भी बताया है कि आज वो अजित पवार से आखिरी दौर की बातचीत करेंगे. अगर वो नहीं माने तो आज शाम तक उनको पार्टी से निकाला जा सकता है.
कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी के राज्यपाल को लिखे गए संयुक्त पत्र में लिखा है-
शनिवार 23 नवंबर को माननीय देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन इसके पहले उन्होंने विधायकों की संख्या कम होने के चलते सरकार बनाने में असमर्थता बताई थी. अब उनको बहुमत सिद्ध करना पड़ेगा. आज उनके पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है, इसलिए वो बहुमत सिद्ध नहीं कर पाएंगे. इसलिए हम शिवसेना पक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करते हैं. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सहयोगी हैं. सरकार बनाने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्याबल है, इसलिए हमें सरकार बनाने के लिए बुलाया जाए. हमारी ये नम्र विनती है.
इसी लेटर के साथ में तीनों पार्टियों के दस्तखत भी लगाए गए हैं.
26 नवंबर की सुबह 10:30 बजे SC सुनाएगा फैसला
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की याचिका पर 26 नवंबर की सुबह 10:30 बजे तक आदेश सुरक्षित रख लिया है. बता दें कि जस्टिस एनवी रमन, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने 25 नंवबर को इस याचिका पर लगातार दूसरे दिन सुनवाई की.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)