कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर तीन मुद्दे उठाए हैं. सोनिया ने 10 अप्रैल को कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड की स्थिति पर चर्चा की थी. इसके बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने खत में इन मुद्दों पर 'उचित कार्रवाई' की मांग की है.
'वैक्सीन सबसे महत्वपूर्ण उम्मीद'
सोनिया गांधी ने कहा है कि कुछ राज्यों के पास सिर्फ तीन से पांच दिन का ही वैक्सीन स्टॉक बचा है. गांधी ने खत में लिखा कि घरेलू प्रोडक्शन बढ़ाना जरूरी है और साथ ही दूसरी वैक्सीनों को मंजूरी देना भी महत्वपूर्ण है.
गांधी ने अपने खत में इस बात पर जोर दिया कि वैक्सीन को उम्र नहीं बल्कि जरूरत के आधार पर उपलब्ध कराने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण के फैलाव के आधार पर वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन होना चाहिए.
'सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को GST से बाहर रखा जाए'
खत में कहा गया कि कोविड से लड़ाई में जरूरी सभी उपकरण, दवाइयां और सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को GST के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए.
रेमडेसिविर और डेक्सामीथाजोन, वेंटिलेटर, ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन सिलिंडर पर भी अभी GST लगता है.
'गारंटीड इनकम स्कीम लागू हो'
सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से कहा कि और ज्यादा प्रतिबंध लागू करने के बाद आर्थिक गतिविधि को नुकसान पहुंचेगा और इससे लोग प्रभावित होंगे, खासकर गरीब और दिहाड़ी मजदूर.
गांधी ने पीएम मोदी से न्यूनतम मासिक गारंटीड इनकम स्कीम लागू करने की मांग की है. गांधी ने कहा कि इसके तहत हर योग्य नागरिक के अकाउंट में 6000 रुपये ट्रांसफर किए जाएं.
गांधी ने प्रवासी मजदूरों पर ध्यान देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि उनकी यात्रा सुरक्षित हो.
भारत में 12 अप्रैल को 1,68,912 नए कोरोना मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में कुल कोविड मामलों की तादाद 1 करोड़ 35 लाख से ऊपर हो गई है. ये कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से अभी तक का सबसे बड़ा एक दिन का आंकड़ा है.
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