इंडियन एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट AN-32 पिछले दो दिन से लापता है. सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. इस विमान में 13 लोग सवार थे अब कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया है कि उसने पुराने AN-32 बेड़े को बदलने के लिए रिसोर्स क्यों नहीं दिए. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि जब इंडियन एयरफोर्स ने अंडमान और निकोबार द्वीप के रास्ते में एएन-32 विमान को खो दिया था तो इसके बाद कदम क्यों नहीं उठाए गए?
सुरजेवाला ने ये 3 सवाल सरकार से पूछे
- आखिर इतने खतरनाक और अनिश्चितता भरे रास्ते पर एएन-32 जैसे विमान को क्यों भेजा गया, जब हमारे पास बेहतर विकल्प मौजूद थे
- सरकार ने एएन-32 विमानों के बेड़े को बदलने के लिए आज तक रक्षा बजट में कोई प्रावधान क्यों नहीं किया?
- अंडमान और निकोबार द्वीप पर पहले भी ऐसी घटना हुई है जिसमें हमने एक AN-32 विमान खो दिया और उसका पता भी नहीं चल पाया था. रक्षा मंत्रालय की तरफ से ऐसी घटनाओं को कम करने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाए गए?
सोमवार से लापता है AN-32
एयरफोर्स के इस एयरक्राफ्ट ने सोमवार को जोरहाट से दोपहर 12.27 बजे मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी. विमान में वायुसेना के कर्मी सवार थे और उसने आखिरी बार करीब दोपहर एक बजे ग्राउंड एजेंसियों से संपर्क किया था. इसके बाद, विमान के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया. तलाशी अभियान असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के बीच जंगलों में किया जा रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) के सैटेलाइट -काटरेसैट और आरआईसैट भी एरिया की तस्वीरें ले रहे हैं. पूर्वी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल आर.डी. माथुर तलाशी और बचाव अभियान को देख रहे हैं. उन्होंने एयरफोर्स के लापता कर्मियों के परिवारवालों से भी बातचीत की.
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