कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के फैसले पर पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने सुरक्षा वापस लेने पर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बिना निजी और राजनीतिक बदला लेने में अंधे हो चुके हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अचानक एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने से यही साबित होता है.
राहुल गांधी ने सिक्योरिटी हटाए जाने के बाद SPG को ट्वीट लिखकर 'धन्यवाद' कहा है.
राहुल ने लिखा, “सालों से मुझे और मेरे परिवार की सुरक्षा में रहने के लिए SPG के सभी भाईयों और बहनों को धन्यवाद. आपकी निष्ठा, हमेशा सहारा देने और एक यादगार यात्रा के लिए बहुत शुक्रिया. आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं.”
दो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हुई और अटल बिहारी वाजपेयी ने ही कानून में संशोधन कर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के परिवार को एसपीजी सुरक्षा दिया. मोदी और शाह ने इसे अब हटा दिया है.केसी वेणुगोपाल
इसी बीच के छात्र संगठन NSUI के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के घर के बाहर प्रदर्शन किया. इन कार्यकर्ताओं की मांग थी कि गांधी परिवार को एसपीजी की सुरक्षा बहाल की जाए. बता दें कि न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सिक्योरिटी वापस लेना का फैसला किया है.अब उन्हें Z+ सिक्योरिटी दी जाएगी.
ये बदले की भावना है: अहमद पटेल
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी इसे निजी बदले की भावना बताई है. उन्होंने कहा कि BJP निजी बदले की भावना के स्तर पर उतर आई है और 2 पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा से समझौता कर रही है.
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राजनीतिक विरोध में मोदी और शाह किसी भी हद तक गिर सकते हैं.
जिस तरह मोदी और शाह ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा हटाई है, वो दिखाता है कि अपने राजनैतिक विरोधियों के प्रति नफरत और ओछेपन में मोदी और शाह किसी भी हद तक गिर सकते हैं.रणदीप सुरजेवाला, प्रवक्ता, कांग्रेस
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा है कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा को हटाना निंदनीय है. सरकार उस परिवार की जिंदगी से समझौता कर रही है, जिसने आतंकी घटनाओं से अपने दो सदस्य खोए हैं. यह बहुत ही निम्न स्तर की बदले की राजनीति है.
एसपीजी सुरक्षा क्या है?
एसपीजी मतलब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप. नाम से ही मतलब साफ है कि ये से विशेष सुरक्षा होती है. ये देश की सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा है और इसमें बेहद पेशेवर और आधुनिकतम उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी होते हैं. इसके तहत प्रधानमंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को सुरक्षा दी जाती है. ये फोर्स गृह मंत्रालय के अधीन होती है. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद से तय किया गया कि प्रधानमंत्री के दर्जे के लोगों को विशेष तरह की सुरक्षा दी जानी चाहिए. इसी के बाद एसपीजी अस्तित्व में आया.
क्या है जेड प्लस सुरक्षा?
जेड प्लस सुरक्षा एसपीजी के बाद दूसरे नंबर की चुस्त दुरुस्त सुरक्षा फोर्स है. जेड प्लस सुरक्षा में 4 से 5 एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सिक्योरिटी गार्ड तैनात होते हैं. आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी में शामिल रहते हैं. साथ ही Z+ सुरक्षा में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं.
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