कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार गठन को लेकर बड़ा बयान दिया है. आजाद ने कहा कि अगर उनकी पार्टी को प्रधानमंत्री पद की पेशकश नहीं की गई तो भी पार्टी इसे मुद्दा नहीं बनाएगी. पार्टी का लक्ष्य सिर्फ बीजेपी-एनडीए की सरकार को हटाना है.
शिमला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आजाद ने कहा-
“हम इसे कोई मुद्दा नहीं बनाने जा रहे हैं कि अगर हमें प्रधानमंत्री पद की पेशकश नहीं की गई तो हम किसी अन्य नेता को प्रधानमंत्री बनने नहीं देंगे.”
आजाद ने आगे कहा-
“अगर केंद्र में एक गठबंधन सरकार बनेगी और यह बीजेपी-विरोधी पार्टियों के सहयोग से बनेगी और कांग्रेस सरकार में शामिल होगी, तो पार्टी इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा नहीं बनाएगी”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन पर आजाद ने कहा कि ना ही बीजेपी और ना ही एनडीए केंद्र में सत्ता में आएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज पर निशाना साधते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने कहा-
“मोदी विश्व के ऐसे पहले नेता होंगे, जिन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल में 60 फीसदी समय विदेशी दौरों में बिताया. इसके अलावा बीजेपी के 90 फीसदी प्रचार अभियान की अगुवाई मोदी ने की.”
आजाद ने कहा कि बीजेपी सरकार जनविरोधी, किसान विरोधी और मजदूर विरोधी है. इसलिए कांग्रेस का लक्ष्य इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना है.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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