सिंगापुर की सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बच्चों को ज्यादा संक्रमित कर रहा है, इसलिए अब वो स्कूलों को बंद कर रहे हैं. इसके अलावा साउथ अमेरिकी देश ब्राजील में भी कोरोना वायरस से बच्चे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं और कई बच्चों की कोरोना की वजह से मौत तक हो रही है. भारत के लिए ये खबरें चिंता करने वाली हैं.
बच्चों को वैक्सीन देने पर काम कर रहा सिंगापुर
सिंगापुर सरकार ने कहा है कि जिस नए कोरोना वेरियंट की वजह से ज्यादा बच्चे संक्रमित हो रहे हैं वो भारत में ही पाया गया था.
सिंगापुर की शिक्षा मंत्री चान चुन ने कहा- वायरस के म्यूटेशन ज्यादा घातक होते हैं और ये युवा आबादी पर ज्यादा हमला करते हैं. शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार 16 साल तक की उम्र के सभी बच्चों को वैक्सीनेट करने की योजना बना रही है. स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने भी कहा है कि B.1.617 नाम का कोरोना स्ट्रेन बच्चों पर ज्यादा खतरनाक असर डाल रहा है.
साफ है कि सिंगापुर अपनी युवा आबादी को वैक्सीन देने की योजना पर काम कर रहा है. अब तक जो रिपोर्ट्स आई हैं उसमें जो भी बच्चे वायरस से संक्रमित हुए हैं उनमें गंभीर रूप से कोई बीमार नहीं हुआ है, कुछ बच्चों को हल्के लक्षण हैं.
बच्चों को कोरोना से सुरक्षित करना होगा: राहुल गांधी
भारत में भी एक्सपर्ट कह चुके हैं तीसरी लहर में वायरस छोटी उम्र के लोगों को निशाना बना सकता है. ऐसे में युवा आबादी के बड़े पैमाने पर संक्रमित होने की चिंता सताने लगी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 18 मई को ट्वीट किया-
आने वाले समय में बच्चों को कोरोना से सुरक्षित करना होगा. पीडियाट्रिक स्वास्थ्य सुविधाएं व वैक्सीन-इलाज के प्रोटोकॉल अभी से तैयार होने चाहिए. देश के भविष्य के लिए वर्तमान मोदी ‘सिस्टम’ को नींद से जगाना जरूरी है.राहुल गांधी, नेता, कांग्रेस
सिंगापुर से आने वाली फ्लाइट्स को बंद किया जाए: केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस नए स्ट्रेन को लेकर केंद्र सरकार को चेताया है. केजरीवाल ने कहा कि-
सिंगापुर में जो नया स्ट्रेन मिला है वो बच्चों के लिए खतरनाक है. ये तीसरी लहर के रूप में भारत आ सकता है. अब जरूरत है कि केंद्र सरकार इसे रोकने के जरूरी कदम उठाए. सिंगापुर से आने वाली फ्लाइट्स को बंद किया जाए.अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री
दूसरी लहर में युवा आबादी पर हुआ सबसे ज्यादा असर
जब 2020 साल के मार्च महीने में कोरोना वायरस ने भारत में दस्तक दी तो इसने बुजुर्ग आबादी को सबसे ज्यादा अपना शिकार बनाया. संकम्रित होने वालों और जान गंवाने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग आबादी का प्रतिशत ज्यादा रहा. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वालों में युवाओं का प्रतिशत ज्यादा रहा है. इसके बाद अब युवाओं को भी वैक्सीन दी जा रही है.
अब तक 18 साल से कम आयुवर्ग के बच्चों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है. एक्सर्ट्स का कहना है कि तीसरी लहर का बच्चों पर ज्यादा असर हो सकता है.
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