स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को लेकर राजनीतिक दल लगातार सवाल उठाते आए हैं. पहले विपक्ष की मांग थी कि प्रधानमंत्री खुद वैक्सीन लगवाएं ताकि लोगों में भरोसा जाग सके. अब जब प्रधानमंत्री ने वैक्सीन का पहला डोज लिया तो, फिर कुछ नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल उठाए हैं.
ओवैसी ने उठाए वैक्सीन पर सवाल
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भारत में निर्मित Covishield वैक्सीन पर सवाल उठाए हैं.
ओवैसी ने कहा कि "जर्मनी की सरकार के अनुसार Covishield वैक्सीन 64 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए प्रभावी नहीं है, यह सिर्फ 18 से 64 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के लिए है. क्या सरकार इस भ्रम को दूर करेगी? यह संयोग है कि प्रधानमंत्री ने भारत बायोटेक की COVAXIN लगवाई है. हालांकि मैं सभी से वैक्सीनेशन कराने का अनुरोध करता हूं."
इससे पहले विपक्ष के कई नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल खड़े किए थे. इनमें यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा था कि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है.
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा था कि दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष वैक्सीन लगवा रहे हैं, ऐसे में क्या भारत के प्रधानमंत्री भी वैक्सीन लगवाएंगे.
वैक्सीन के ‘साइड इफेक्ट’ पर सरकार की सफाई
कोरोना वैक्सीन से जुड़े सवालों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि “वैक्सीन को लेकर संदेह न रखें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने COVAXIN लगवाकर स्पष्ट संदेश दिया है.”
"डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि COVAXIN को लेकर काफी गलत सूचनाएं फैलाई गई थीं. देश में निर्मित हमारी दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं और इसके कोई साइड इफेक्ट न के बराबर हैं."
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि "यदि टीका लगवाने के कुछ दिनों बाद किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो आप इसे वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट से नहीं जोड़ सकते हैं. हालांकि ऐसा कोई भी मामला अभी तक सामने नहीं आया है."
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