कोरोनावायरस महामारी के चलते इटली को पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है, लेकिन फिर भी यहां कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है.
सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के नए जारी आंकड़ों के अनुसार, इटली में रविवार तक कोरोनावायरस संक्रमण के 59,138 मामलों की पुष्टि हुई और इस वैश्विक महामारी के चलते यहां 5,746 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है.
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के प्रमुख एंजेलो बोरेल्ली के हवाले से कहा कि उत्तरी इटली में 21 फरवरी को पहली बार महामारी फैलने के बाद से वर्तमान में अभी तक 46,638 लोग संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि कोविड-19 संक्रमण के चलते 5,746 मौतें हुई हैं.
उन्होंने कहा कि संक्रमित 23,789 लोग अपने घरों में आइसोलेशन में हैं. 19,846 लोग अस्पताल में, जबकि 3,009 लोग आईसीयू में भर्ती हैं.
कोरोनावायरस इमरजेंसी के नेशनल कमिश्नर इंचार्ज एंजेलो ने आगे कहा कि अभी तक कुल 7,024 मरीजों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है. उन्होंने सिविल प्रोटेक्शन स्टाफ के 12 सदस्यों के भी कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने की पुष्टि की है.
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दुनियाभर के साथ-साथ भारत में कोरोनावायरस पांव पसार रहा है. कई देशों ने इसे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन का सहारा लिया है. लोगों को घरों में बंद रहने के निर्देश दिए गए हैं. इसी बीच लॉकडाउन को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. WHO के इमरजेंसी एक्सपर्ट के मुताबिक कोरोनोवायरस को हराने के लिए देश या समाज को लॉकडाउन या बंद करना ही काफी नहीं है. वायरस के पनपने और पुनरुत्थान से बचने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की जरूरत है.
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