ADVERTISEMENTREMOVE AD

महाराष्ट्र,UP,बिहार जैसे राज्यों ने की विधायकों की सैलरी में कटौती

राज्य सरकारों ने कोरोना से लड़ने के लिए सैलरी काटने का लिया फैसला

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए एक ऐसी खतरनाक महामारी के रूप में सामने आया, जिसने एक झटके में सब कुछ रोक लिया. इसके चलते दुनियाभर में कामकाज ठप पड़ा है. सरकारें अपनी देश की मदद के लिए खजाना खोलने पर मजबूर हैं. भारत में भी कई ऐसे ही फैसले लिए जा रहे हैं. केंद्रीय कैबिनेट ने हाल ही में पीएम मोदी समेत सभी सांसदों की सैलरी काटने की बात कही थी. जिसके बाद अब कुछ राज्यों ने भी ऐसा ही कदम उठाया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

महाराष्ट्र में कटेगी विधायकों की सैलरी

महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने भी कुछ ऐसा ही फैसला किया है. महाराष्ट्र कैबिनेट ने केंद्र की ही तरह अप्रैल से सभी विधायकों की 30 फीसदी सैलरी काटने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. सैलरी में ये कटौती पूरे एक साल के लिए लागू होगी. इसके अलावा कैबिनेट मीटिंग में ठाकरे सरकार ने दो कमेटी बनाने का भी प्रस्ताव पास किया है, जो कोरोना वायरस के खत्म होने के बाद राज्य सरकार की इकनॉमी को दुरुस्त करने पर काम करेंगी.

योगी सरकार ने भी लिया फैसला

महाराष्ट्र से पहले उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी ऐसा ही फैसला लिया था. यहां भी सभी मंत्रियों समेत विधानसभा सदस्यों की सैलरी में एक साल के लिए 30 फीसदी की कटौती का प्रस्ताव पास हुआ है. वहीं एक साल तक के लिए विधायक निधि को भी खत्म कर दिया गया है. राज्य सरकार इस पैसे का इस्तेमाल कोरोना से लड़ने में करेगी.

बता दें कि राज्य सरकारों की तरफ से कोरोना को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं. विधायकों और मंत्रियों की सैलरी काटने के फैसले से राज्य सरकारों को कई करोड़ रुपये का फायदा होगा, जिसे वो कोरोना से हुए नुकसान और इससे निपटने में इस्तेमाल करेंगे.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिहार में कटेगी 15 फीसदी सैलरी

कोरोना से लड़ने के लिए बिहार सरकार की तरफ से भी सैलरी काटने का फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुई बैठक के बाद राज्य में मंत्रियों और सभी विधायकों की 15 फीसदी काटने का फैसला हुआ. ये कटौती अगले एक साल तक के लिए की गई है.

उत्तराखंड के विधायकों की कटेगी 30% सैलरी

बीजेपी शासित राज्य उत्तराखंड ने भी केंद्र सरकार की ही तर्ज पर सभी विधानसभा सदस्यों की सैलरी काटने का फैसला लिया. उत्तराखंड सरकार ने भी केंद्र की तरह सैलरी में 30 फीसदी कटौती की बात कही है. वहीं विधायक निधि से भी दो साल तक कटौती की बात कही गई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिल्ली में सभी खर्चे रोकने के निर्देश

इन चारों राज्यों के अलावा, दिल्ली सरकार ने भी अपने सभी खर्चों में कटौती की बात कही है. हालांकि दिल्ली में विधायकों की सैलरी में कोई भी कटौती नहीं की जाएगी. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट करते हुए बताया,

"दिल्ली के सभी सरकारी विभागों को सैलेरी के अलावा सभी खर्च रोकने के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना और लॉकडाउन सम्बन्धी खर्चों के अलावा कोई अन्य खर्च केवल वित्त विभाग की अनुमति से ही किया जाएगा. रेवेन्यू की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार को अपने खर्चों में भारी कटौती करनी होगी."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×