यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने नए अकादमिक सत्र को लेकर गाइडलाइन जारी की हैं. UGC ने 29 अप्रैल को कहा कि विश्वविद्यालयों में फ्रेशर छात्रों के लिए नया अकादमिक सत्र सितंबर से शुरू हो सकता है. वहीं, जिन छात्रों का एनरोलमेंट हो चुका है, उनके लिए सत्र अगस्त से शुरू हो सकता है.
कमीशन ने ये भी कहा कि विश्वविद्यालयों में एंड-सेमेस्टर एग्जाम जुलाई में हो सकते हैं.
वहीं, जिन छात्रों का सेमेस्टर चल रहा है, उन्हें मौजूदा और पिछले सेमेस्टर के इंटरनल असेसमेंट के आधार पर ग्रेड किया जाएगा. UGC ने कहा, “जिन राज्यों में COVID-19 स्थिति सामान्य हो गई है, वहां जुलाई के महीने में एग्जाम हो सकते हैं.”
विश्वविद्यालय अपना प्लान बनाएं
UGC ने कहा है कि इन गाइडलाइन का उद्देशय सलाह देने वाला है और विश्वविद्यालय कोरोना वायरस महामारी से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखकर अपने मुताबिक प्लान बना सकती हैं.
UGC ने एमफिल और पीएचडी के छात्रों को छह महीने का विस्तार देने के निर्देश दिए हैं.
यूनिवर्सिटी प्रैक्टिकल एग्जाम या वायवा एग्जाम स्काइप या और ऐसे ही दूसरे ऐप के जरिए ले सकती हैं. जिन छात्रों का सेमेस्टर चल रहा है, उनके प्रैक्टिकल एग्जाम आगामी सेमेस्टर में लिए जा सकते हैं.यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC)
UGC ने कहा कि विश्वविद्यालय छह-दिन हफ्ते का पैटर्न फॉलो कर सकती हैं. साथ ही कमीशन ने कहा कि यूनिवर्सिटी लॉकडाउन के दौरान अपने छात्रों और स्टाफ की यात्रा और स्टे को रिकॉर्ड करने के लिए एक प्रपत्र भी बना सकती हैं.
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