कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र और राजस्थान ने भी अपने नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन देने का ऐलान किया है. इससे पहले बिहार, बंगाल, असम, एमपी, यूपी और केरल ने भी 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने की घोषणा की है.
कोरोना महामारी के बढ़ते संकट के बीच इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी.
महाराष्ट्र सरकार मंगाएगी ग्लोबल टेंडर
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि राज्य के सभी नागरिकों को मुफ्त में कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी. राज्य कैबिनेट में चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है और वैक्सीनेशन के लिए ग्लोबल टेंडर मंगाए जाएंगे.
इससे पहले महाराष्ट्र के कैबिनट मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि, राज्य में कोरोना की तीसरी भी आ सकती है. हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि यह पहले की तुलना में कमजोर या और अधिक खतरनाक होगी. अगर वैक्सीनेशन से रोकथाम नहीं हो पाई, तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा.
देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. जहां कोविड केसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कोरोना संक्रमण से लोगों की मौत हो रही है.
वैक्सीनेशन पर 3000 करोड़ खर्च करेगी राजस्थान सरकार
राजस्थान सरकार ने भी 18 वर्ष से अधिक उम्र के अपने सभी नागरिकों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि...राजस्थान सरकार ने प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों को करीब 3000 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च करके निःशुल्क कोविड वैक्सीन देने का फैसला किया है.
सीएम अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि अगर राज्य सरकार की मांग के अनुसार केंद्र सरकार 60 वर्ष एवं 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग की तरह ही 18 वर्ष से 45 वर्ष तक की आयु के युवाओं के वैक्सीनेशन का खर्च भी उठा लेती तो राज्यों का बजट डिस्टर्ब नहीं होता.
केंद्र सरकार ने ये साफ कर दिया है कि वो अब सिर्फ 45 साल से ज्यादा उम्र के ही लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देगी. इसके बाद राज्य सरकारें अपने स्तर पर फैसला ले रही हैं.
बता दें कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन देने का फैसला किया है.
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