ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एक कंपनी INOX ने सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि वो देशभर के 800 अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई कर रही है, लेकिन दिल्ली से ही शिकायतें सामने आ रही हैं. NDTV की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है.
हालांकि, कंपनी ने भी कहा कि यह तब हो रहा है जब केंद्र ने दिल्ली के लिए उसकी सप्लाई में कटौती कर दी है और उसके उत्पादन का अधिकांश हिस्सा उत्तर प्रदेश को आवंटित किया गया है. INOX ने कहा कि दिल्ली को उसका आवंटन 105 मीट्रिक टन से घटकर 80 मीट्रिक टन हो गया है.
INOX के चीफ सिद्धार्थ जैन ने हाई कोर्ट से कहा, ''इसके अलावा हमें एयर लिक्विड, पानीपत से और 80 मीट्रिक टन ट्रांसपोर्ट करने के लिए कहा गया है. अब निर्माता से लेकर ट्रांसपोर्टर तक? हमें तीसरे पक्ष के ट्रांसपोर्टेशन का ध्यान क्यों रखना चाहिए?''
उन्होंने कहा, ‘’दिल्ली सरकार ने कल अस्पतालों को 125 मीट्रिक टन की सप्लाई करने का आदेश जारी किया है, जबकि केंद्र ने भी कल संशोधन करते हुए दिल्ली में हमारे आवंटन को केवल 80 मीट्रिक टन तक करने का आदेश जारी किया है. हमें क्या करना चाहिए?’’
INOX के चीफ ने कहा, ''हम देशभर में 800 अस्पतालों को सपोर्ट कर रहे हैं. सिर्फ दिल्ली के अस्पताल ही क्यों शिकायत कर रहे हैं?''
बता दें कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट से कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी को आवंटित 480 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की तुलना में शुक्रवार को उसे 309 मिट्रिक टन चिकित्सकीय ऑक्सीजन मिली, जो शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट का अहम कारण है.
इस संकट का जिक्र करते हुए जैन ने कहा, ''इस कमी की वजह से अस्पताल हमें SOS भेज रहे हैं. हम पिछले सात दिनों से नहीं सोए हैं. कृपया इसका समाधान कीजिए और हमें बताइए कि हमें किन अस्पतालों को कितनी सप्लाई करनी चाहिए.''
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