कांग्रेस समेत विपक्ष ने कोरोना वैक्सीन की कीमतों को लेकर मोदी सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की कीमत को लेकर सरकार की पॉलिसी मनमानी और भेदभावपूर्ण है. वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि एक वैक्सीन को अलग-अलग दामों पर क्यों बेचा जा रहा है.
वैक्सीन के अलग-अलग दाम क्यों- ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना वैक्सीन की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं.
“बीजेपी एक देश, एक चुनाव की बात करती है लेकिन वैक्सीन को लेकर सरकार की नीति अलग क्यों? 1 वैक्सीन को अलग-अलग दामों पर बेचा जा रहा है. देश में वन वैक्सीन, वन प्राइस क्यों नहीं होना चाहिए. केंद्र सरकार कम दाम पर वैक्सीन खरीदे और राज्यों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़े...ये राज्यों के साथ भेदभाव नहीं तो क्या है?”ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसे आपातकालीन हालात में वैक्सीन सभी को एक दाम पर मिलनी चाहिए.
वैक्सीन पर सरकार की नीति भेदभावपूर्ण- सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन को लेकर सरकार की नीति भेदभावपूर्ण है. सरकार की इस पॉलिसी की वजह से वैक्सीन निर्माताओं ने वैक्सीन की कीमत अलग-अलग तय कर ली हैं.
सोनिया गांधी ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि “ऐसे समय में, जब मेडिकल रिसोर्स कम हैं, अस्पताल में बेड नहीं है, ऑक्सीजन सप्लाई और दूसरी दवाइयों की कमी है, आपकी सरकार ऐसी पॉलिसी की अनुमति क्यों दे रही है जो अति असंवेदनशील है.”
उन्होंने कहा कि, वैक्सीन की कीमत में अंतर होने से लोगों को ज्यादा कीमत चुकानी होगी और राज्य सरकारों पर भी बोझ बढ़ेगा. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से वैक्सीन की कीमत के संबंध में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की और इस फैसले को वापस लेने का सुझाव दिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)