ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुंबईःअस्पताल में घंटों लावारिस पड़े रहे दो कोरोना संदिग्धों के शव

अस्पताल कर्मी शवों को वहां से हटाने में अटेंडेंट की मदद करने को तैयार नहीं थे.

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले मुंबई में देखे जा रहे हैं. वहीं, वायरस के खतरे को कम करने के लिए यहां हर संभव काम किए जा रहे हैं. लेकिन मुंबई के अधेरी में स्थित एक सरकारी अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां दो संदिग्ध कोरोना वायरस संक्रमितों के शव कई घंटे तक आइसोलेशन वार्ड में पड़े रहे और किसी ने उनकी कोई खबर नहीं ली. इस दौरान वार्ड में अन्य मरीज मौजूद थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सूत्रों के अनुसार संक्रमित होने के डर से अस्पताल कर्मी उनके शवों को वहां से हटाने को तैयार नहीं थे. इस पूरे प्रकरण के बाद अस्पताल प्रशासन ने आखिरकार रिश्तेदारों को उनके शव सौंपे. घटना डॉ. आर एन कूपर म्यूनिसिपल जनरल हॉस्पिटल की है. सूत्रों के मुताबिक,

‘अस्पताल कर्मी शवों को बांधने को तैयार नहीं थे. इनमें से एक शव करीब 20 घंटे आइसोलेशन वार्ड में पड़ा रहा, वहीं दूसरा करीब 10 घंटे. इस दौरान कई अन्य मरीज वार्ड में मौजूद थे.’

अस्पताल प्रशासन का दावा

अस्पताल प्रशासन से दावा किया कि विलंब इसलिए हुआ क्योंकि अन्य अस्पताल कर्मी शवों को वहां से हटाने में अटेंडेंट की मदद करने को तैयार नहीं थे. क्योंकि शव संदिग्ध कोविड-19 मरीजों के थे.

‘‘ कोविड-19 संक्रमितों के शव अच्छी तरह बांधने होते हैं, जो कोई व्यक्ति किसी दूसरे की मदद के बिना अकेले नहीं कर सकता. संक्रमित होने के डर के कारण दूसरे कर्मी अटेंडेंट की मदद करने को तैयार नहीं थे.’’
डॉ. पिनाकीन गुज्जर, अस्तपाल डीन

उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया सुरक्षा उपकरणों या शव को बांधने के सामान की कोई कमी नहीं है.

मुंबई शहर में कोरोना वायरस के 4,232 मामले सामने आ चुके हैं. जबकि 168 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है.

इनपुट भाषा से

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×