उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के 15 जिलों के कोरोना से प्रभावित हॉटस्पॉट को सील करने का फैसला लिया है. ये 15 वो जिले हैं जहां 6 या 6 से ज्यादा कोरोनावायरस के केस पाए गए हैं. इन जिलों के 104 हॉटस्पॉट में 100 पर्सेंट लॉकडाउन होगा. इस दौरान कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर नहीं निकल सकता है. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए इन हॉटस्पॉट से आवागमन पूरी तरह से रोका जाएगा.
15 जिलों के 104 हॉटस्पॉट में सिर्फ होम डिलीवरी और मेडिकल टीमों को ही आवाजाही की अनुमति मिलेगी. उन एरिया में किसी भी तरह की आवाजाही उसी तरह रोकी जाएगी जिस तरह कर्फ्यू में रोकी जाती है. वहां लोगों को चिन्हित किया जाएगा कि कौन कितने फासले पर है. एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में जाने पर भी रोक लगा दी जाएगी.
हॉटस्पॉट सील: क्या कर सकते हैं?
- आवश्यक चीजों के लिए ऑर्डर कर सकते हैं, डोरस्टेप डिलीवरी होगी
- बाहर निकलने वाले शख्स को मास्क पहनना अनिवार्य, वरना कानूनी कार्रवाई होगी
हॉटस्पॉट सील: क्या नहीं कर सकते हैं?
- लोग बाहर आकर खरीदारी नहीं कर सकेंगे चाहे दवा हो, बैंकिंग सर्विसेज हों
- किसी तरह का कोई लॉकडाउन पास काम नहीं करेगा
- मीडिया कर्मियों को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं
इसके अलावा इन इलाकों में किस तरह की आवश्यक सेवाएं दी जाएगी ये तय किया जाएगा. फायर सर्विस की गाड़ियों से उस एरिया को सैनिटाइज किया जाएगा. वहां एंट्री रोकने की जरूरत पड़ी तो बैरियर्स लगाए जाएंगे. 112 सर्विस या जो पुलिस पेट्रोल है उसे लगाकर इसे हर दिशा में लागू किया जाए.
यूपी के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने कहा, "15 जिलों में कोरोना का लोड काफी हाई है इसलिए प्रभावित क्षेत्रों को सील करने के निर्देश दिए गए हैं. वहां 100% होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी, वहां केवल स्वास्थ्य विभाग और होम डिलीवरी करने के अलावा कोई और नहीं जाएगा."
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15 जिलों में कितने हॉस्टस्पॉट
यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया, 15 जिलों में 104 एरिया को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है. इसमें आगरा में 22 , गाजियाबाद में 13, गौतमबुद्धनगर में 12, कानपुर में 12, वाराणसी में 4, शामली में 3, मेरठ में 7, बरेली में 1, बुलंदशहर में 3, बस्ती में 3, फिरोज़ाबाद में 3, सहारनपुर में 4, महाराजगंज में 4, सीतापुर में 1 और लखनऊ में 8 बड़े और 4 छोटे हॉटस्पॉट हैं.
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